बठिंडा : स्वच्छता पर दाग लगा रहा ‘कचरा प्लांट’

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सख्त संघर्षों के बाद भी आबादी के पास से तबदील नहीं हुआ कचरा प्लांट | Waste Plant

बठिंडा(सुखजीत मान)। सफाई पक्ष से पहले नंबर पर आए बठिंडा शहर के माथे से कचरा प्लांट का कलंक अभी तक नहीं मिटा है। स्वच्छ भारत मुहिम में अग्रणी स्थान हासिल होने पर बठिंडा के अधिकारी और राजनीतिक तक नेता बागोबाग हैं परन्तु कचरा प्लांट ने बड़ी संख्या लोगों के नाक में दम कर रखा है।

विधान सभा चुनावों से पहले इस प्लांट का मुद्दा काफी उठा था परंतु चुनावों के दौरानु किसी ने इसकी सार नहीं ली। विवरणों मुताबिक अकाली -भाजपा सरकार दौरान नगर निगम बठिंडा की ओर से एक कंपनी के साथ किए गए समझौते के अंतर्गत आईटीआई चौंक बठिंडा के नजदीक म्युनिंसिपल सालिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के अंतर्गत यह प्लांट लगाया गया था, जिसकी मियाद नवंबर 2030 तक है।

कचरा प्लांट के लगने के बाद में रिश्तेदार भी आने हुए बंद | Waste Plant

शहर भर में से सारा कूड़ा उठाकर इस प्लांट में लाया जाता है, जिसके नजदीक भाई मति दास नगर, जोगा नगर, नक्षत्र नगर, हरबंस नगर, उधम सिंह नगर आदि सहित एक दर्जन के करीब अलग -अलग नामों के साथ बसे हुए नगर हैं जिनमें बड़ी संख्या लोगों की जनसंख्या है। गत दिवस जब इन नगरों का दौरा किया गया तो कई लोगों ने कहा कि बठिंडा को पहला दर्जा मिला इसकी खुशी है परन्तु यह दर्जा उनके क्षेत्र की हवा प्रदूषित कर रहा है।

कुछ लोगों का तर्क था कि इस प्लांट के लगने के बाद में रिश्तेदारों ने भी यहां रात काटनी बंद कर दी। लोगों में गुस्सा है कि कचरा पलांट को आबादी से दूर स्थापित किया जाना चाहिए था परंतु उनके घरों नजदीक लगाकर उन का सांस लेना कठिन कर दिया है। इस प्लांट की तबदीली के लिए काफी संघर्ष भी हुए परंतु इसमें कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

तबदीली का प्रस्ताव पास हो चुका है : मेयर

  • नगर निगम बठिंडा के मेयर बलवंत राय नाथ का कहना है कि
    कचरा प्लांट की तबदीली संबंधी प्रस्ताव निगम हाऊस में पास हो चुका है।
  • उन्होंने कहा कि उम्मीद है जल्द ही कचरा प्लांट यहां से तबदील कर दिया जाएगा।
  • मेयर ने बताया कि प्लांट में मौजूद कूड़े को साफ करने हित भी 80 लाख रूपये के टैंडर हो चुके हैं।
  • जितने समय तक प्लांट तबदील नहीं होता लोगों को कोई समस्या न आए उसके हल के लिए वह प्रयास करते रहेंगे।

आंखें बंद कर लिए गए फैसले : वित्त मंत्री

वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को जब चुनाव मैनीफैस्टो में किए गए वायदे मुताबिक कचरा प्लांट तबदील न करने संबंधी पूछा तो उन्होंने कहा कि यह पहले के आंखें बंद कर लिए हुए फैसले हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद चाहते हैं कि इस कचरा प्लांट का ठोस हल किया जाये, जिसके लिए वह प्रयत्नशील हैं।

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