शीतकालीन सत्र: विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों में नहीं हुआ काम

Parliament Monsoon Session

सरकार की है संसद चलाने की जिम्मेदारी : राहुल

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार को कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग तथा कुछ अन्य विषयों को लेकर भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इससे पहले सदन की कार्यवाही जब आरंभ हुई तो पहले की ही तरह विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल ने शोर-शराबे के बीच ही मंत्रालयों और संसदीय समितियों के महत्वपूर्ण कागजात सदन के पटल पर रखवाए।

इसके बाद विधि और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में निर्वाचन विधि (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया जिसका कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, आल इंडिया मजलिसे इत्तहादुल मुस्लमीन जैसे दलों के सदस्यों ने विरोध किया। वहीं विपक्ष ने राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे को हल करने के लिए सरकार द्वारा चार दलों के नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को खारिज किया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा और इसके समाधान के लिए बैठक के आह्वान के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार सुबह बैठक के लिए चार राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जोशी को लिखे पत्र में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने सभी विपक्षी नेताओं के बजाय केवल चार दलों को आमंत्रित किया।

मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग

इस दौरान सदन में कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर नारेबाजी जारी रखी। तमिलनाडु के कुछ सांसदो ने श्रीलंका में बंद भारतीय मछुआरों की रिहाई मांग को लेकर हंगामा किया।

संसद चलाना सरकार की जिम्मेदारी होती है और विपक्ष जनता से जुड़े जो मुद्दे उठाता है उन पर सदन में चर्चा होनी चाहिए लेकिन सरकार न विपक्ष को बोलने देती है और न ही सदन चला पा रही है।
-राहुल गांधी कांग्रेस नेता

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