भर्ती प्रक्रिया के बाद अनियमित कर्मचारियों को हटाना गलत: बुवानीवाला

Ashok Buwaniwala
कार्यक्रम को संबोधित करते सीबीएलयू के वीसी प्रो. आरके मित्तल।

भिवानी(सच कहूँ न्यूज)। प्रदेश सरकार द्वारा गु्रप डी की भर्ती प्रक्रिया के बाद अनियमित कर्मचारियों को उनके पदों से हटाना गलत है। ये बात हरियाणा कांग्रेस के नेता अशोक बुवानीवाला (Ashok Buwaniwala) ने कही। बुवानीवाला ने कहा कि अनियमित कर्मचारियों को भी पक्का कर देना चाहिए, ताकि विभागीय कामकाजों को यथास्थिती सुचारू रखा जा सकें।

उन्होंने कहा कि सरकार के 103 विभागों में हजारों की संख्या में अनियमित कर्मचारी है जो पिछले कई वर्षों से पूरी मेहनत व लगन के साथ सरकारी कार्यालयों के कामकाज को संभाले हुए है। परन्तु डी-गु्रप का परिणाम आने के बाद सरकार द्वारा की जा रही प्रक्रियाओं से ऐसा लगता है कि हजारों अनियिमित कर्मचारियों के रोजगार पर संकट पैदा हो गया है।

बुवानीवाला ने कहा कि भाजपा के मैनिफैस्टों में अनियमित कर्मचारियों से उन्हें पक्का करने का वादा व ठेका प्रथा खत्म करने का वादा किया था परन्तु दुर्भाग्य की बात है कि अपने वायदें उल्ट कर्मचारियों को रोजगार छिनने का काम भाजपा सत्ता में आने के बाद कर रही है। बुवानीवाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने डीसी रेट के कर्मचारियों का वेतन 5600 से 8100 रूपए किया था जो पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी भाजपा ने कर्मचारियों की कोई सुध नहीं ली। बुवानीवाला ने कहा कि अनियमित कर्मचारी उपेक्षा से अधिक काम करने के बावजूद भी रोजाना प्रशासन को असंतुष्ट पाता है और उनके रोजगार पर सदैव तलवार लटकी रहती है।

देश की आजादी के महानायक थे बोस: प्रो. मित्तल | Ashok Buwaniwala

भिवानी(सच कहूँ न्यूज)। महापुरुषों और वीर शहीदों की बदौलत ही हम आज खुली हवा में सांस ले रहे हैं, भारत की आजादी के महानायक थे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस। ये विचार चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के सभागार में बुधवारको हिंदी विभाग के सौजन्य से नेताजी सुभाष चंद्र बोय की जयंती अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपकुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहे।

उन्होंने कहा कि नेताजी ने आजादी के लिए आईसीएस की नौकरी छोड़ दी और देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। नेताजी असाधारण प्रतिभा के धनी थे, उनके लिए राष्टÑ की आजादी सर्वोपरि थी। नेताजी ने आजाद हिंद फौज की स्थापना कर अंग्रेजों को देश छोड़ने को मजबूर कर दिया। विद्यार्थियों को नेताजी और देश के वीर जवानों के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए।

कार्यक्रम में बतौर मुख्यवक्ता प्रो. ब्रह्मानंद ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी क्रांतिकारी विचारों के नेता थे। उन्होंनें देश की आजादी के आंदोलन को नई दिशा दी। वे अनेक भाषाओं के ज्ञाता थे। वे वेश बदलने के माहिर थे। उनके व्यक्तित्व का पूरे विश्व में दबदबा था। उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया।

उनके महान बलिदान को कभी भूलाया नहीं जा सकता है। कार्यक्रम के संयोजक व विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. बाबूराम ने सभी अतिथियों का धन्यवाद एवं स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यातिथियों ने विश्वविद्यालय प्रांगण में पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर डीन आॅफ कॉलेज डॉ. सुरेंद्र कुमार कौशिक, डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता, डॉ. एसी राणा, डॉ. मयंक, डॉ. सुनिता, दीपक कुमारी, महक, संगीता शर्मा, नवीन, तेलूराम अनेक गणमान्य लोग एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

 

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