21 की उम्र में युवाओं को रोजगार चाहिए, शराब नहीं

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गोरीवाला(सच कहूँ/अनिल)। 21 साल की उम्र में युवाओं को शराब नहीं रोजगार चाहिए, जबकि सरकार अपनी नई आबकारी नीति में युवाओं को शराब पिला रही है। यह कहना है ग्रामीणों का। ग्रामीणों ने नई आबकारी नीति पर कटाक्ष किए और सरकार से इसे तुरंत वापस लिए जाने की मांग की ताकि युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो सके। शिक्षित ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा शराब का सेवन करने की आयु 25 से घटाकर 21 वर्ष करना सरासर अव्यवहारिक एवं अनुचित है। सरकार को शराब पीने की उम्र घटाने की बजाय शराब पीने पर पाबंदी लगानी चाहिये थी। वैसे भी आज का युवावर्ग नशे की गिरफ्त में फंसता जा रहा है। ऐसे में सरकार को तो सख्त पाबंदिया लगानी चाहिए थी,ताकि सख्त नियमों से युवा भटके नहीं और वे अपना भविष्य बेहतर बना सके। लोगों का कहना कि सरकार को इस फैसले को वापस लेना चाहिए।

राज्य सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। 21 वर्ष की आयु में ही युवा ही भटकते हैं अगर उन्हें सही राह दिखाया जाए तो उनका भविष्य उज्जवल हो सकता है और नशे की तरफ भटके तो भविष्य खराब हो सकता है। शराब का सेवन करने की उम्र 21 वर्ष करना सही नहीं है, सरकार केवल अपना राजस्व बढ़ाना चाहती है उन्हें युवाओं के भविष्य की कोई चिंता नहीं है। सरकार को यह निर्णय वापस लेना चाहिए युवा वर्ग पर ही देश का भविष्य टिका हुआ है नशा समाज के लिए बेहद घातक है।
-विनोद कुमार

सरकार के इस फैसले से युवा पीढ़ी नशे की तरफ ज्यादा परिवृत्त होगी। इससे युवा वर्ग नशे की दलदल में धकेला जा रहा है। सरकार का यह निर्णय समाज हित में नहीं है। सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और युवा वर्ग के हित को देखते हुए अच्छा फैसला लेना चाहिए। सरकार को केवल राजस्व की तरफ ही नहीं देखना चाहिए।
-नछतर सिंह

युवा वर्ग पहले ही नशे की जकड़ में आ रहा है शराब पीने की उम्र 21 वर्ष करने से युवा वर्ग पर इसका विपरीत असर पड़ेगा। युवाओं में ये उम्र पढ़ाई की होती है, पता नहीं सरकार ने क्या सोचकर यह ये फैसला लिया है। लगता है सरकार युवाओं को नशेड़ी बनाना चाहती है।
-शीशपाल कैथ।

सरकार का यह फैसला उचित नहीं है, युवाओं को शराब नहीं कैरियर की दिशा रोजगार की जरूरत होती है। युवा पीढ़ी पर इसका असर पड़ना स्वाभाविक है। समाज निर्माण में युवा वर्ग का अहम योगदान होता है। आज समाज को सुनहरे भविष्य की ओर ले जाने की जरूरत है। सरकार को यह निर्णय पर पु:न विचार करना चाहिए।
-वेद प्रकाश

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