लंपी स्किन बीमारी से बचाव के लिए जिला में लगाए 20 शिविर

Lumpy Skin

825 पशुओं की जा चुकी है वैक्सीनेशन

मलेरकोटला। (सच कहूँ/गुरतेज जोशी) पशु पालन विभाग के सीनियर वैटरनरी अधिकारी मलेरकोटला डॉ. मिशर सिंह ने बताया कि पशु पालन और डेयरी विकास विभाग पंजाब, चंडीगढ़ के दिशा-निर्देशानुसार विभाग द्वारा लम्पी स्किन बिमारी को कंट्रोल करने के लिए पूरी तनदेही करे साथ यत्न किए जा रहे है और भारत सरकार द्वारा समय-समय की गाइडलाईन्स का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दुधारु पशुओं में तेजी से फैल रही लंपी स्किन बीमारी की रोकथाम व लोगों को जागरुक करने के लिए गांव कुप खुर्द में पशु पालन विभाग द्वारा जागरुकता कैंप आयोजित किया गया। विशेष तौर पर वेटरनरी अधिकारी डॉ. जगदेव सिंह व डॉ. सुहेल सिंह शामिल हुए। वेटरनरी अफसर सीवीएच डॉक्टर हरदिलबरप्रीत सिंह ने बताया कि बीमारी से बचाव व जागरुकता के लिए पशु पालन विभाग मालेरकोटला द्वारा वेटरनरी डॉक्टरों व सहायक स्टाफ की 15 इलाज टीमों का गठन किया गया है।

सात अगस्त तक गोट पोक्स वैक्सीन की करीब 825 डोज लगाई जा चुकी हैं। 80 पशुओं का इलाज हो चुका है। पशु पालकों को जागरुक करने के लिए अब तक 20 जागरुक कैंप लगाए गए हैं। पीड़ित पशुओं का फ्री इलाज प्रक्रिया शुरु कर दी है। उन्होंने बताया कि बीमारी का कारण चीचड़, मक्खी व मच्छर है। पशु की चमड़ी पर उभार, भूख कम लगना, तेज बुखार, दूध सुखाने जैसे लक्षण हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में पशुओं को संतुलित खुराक देखकर संभाल करनी चाहिए। दुधारु पशुओं की देखभाल करते समय मास्क, हाथों पर सैनिटाइजर व दस्तानों का इस्तेमाल करना चाहिए। तंदुरुस्त गायों को गोट पोक्स वैक्सीन लगवाएं, नया पशु खरीदने से परहेज करें। उन्होंने कहा कि जिले में पशुपालन विभाग की टीमें पूरी चौकसी के साथ जहां पशुओं का इलाज कर रही हैं वहीं लोगों को बीमारी की रोकथाम के प्रति जागरुक भी कर रही हैं।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।