रोष: प्राईवेट बस ऑपरेटरों ने की हड़ताल, आमजन को हुई परेशानी

  • मामला : महिलाओं को मुफ्त सफर करवाने का, पीआरटीसी की तरह सरकार दे पैसा

  • सरकारी बसों की भी बस स्टैंड में नहीं होने दी गई एंट्री

  • बसों पर काले झंडे लगाकर धरना देने की दी चेतावनी, 15 अगस्त को लुधियाना में बस फूंकने की दी चेतावनी

सुनाम ऊधम सिंह वाला। (सच कहूँ/कर्म थिंद) मंगलवार को स्थानीय बस स्टैंड में प्राईवेट बस ऑपरेटरों ने हड़ताल की। यह हड़ताल राज्य स्तर पर पंजाब मोटर यूनियन द्वारा किए गए आह्वान पर की गई। प्राईवेट बस ऑपरेटरों ने बस स्टैंड में अपनी बसें रोककर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने किसी भी सरकारी बस को बस स्टैंड में एंटर नहीं होने दिया। इसके अलावा जिन गांवों में सिर्फ प्राईवेट बसें ही जाती हैं, उन गांवों के लोग परेशान होते दिखाई दिए। इस हड़ताल संबंधी प्राईवेट बस ऑपरेटरों ने बात करते बताया कि उनको सरकार पीआरटीसी बसों की तरह महिलाओं को सफर करवाने का अधिकार दे, और जैसे पीआरटीसी वाले महिलाओं के आधार कार्डों पर टिकटें काटते हैं, उसी तरह वह भी आधार कार्ड पर टिकटें काटेंगे और पीआरटीसी की तरह उनको भी महिलाओं के सफर का किराया सरकार दे। उन्होंने कहा कि महिलाएं हमारों बसों में बैठती ही नहीं जबकि सिर्फ पुरूष सवारियां ही प्राईवेट बसों में बैठती हैं, और जिन महिलाओं के साथ पुरूष होते हैं, वह पुरूष भी सरकारी बसों में ही बैठने को प्राथमिकता देते हैं, जिससे उनकी बसें खाली रह जाती हैं।

प्राईवेट बस ऑपरेटरों ने बताया कि उनसे टैक्स अदा नहीं किए जा रहे, तेल खर्च और अन्य विभिन्न तरह के खर्च के कारण उनका कारोबार बन्द होने की कगार पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि वह पहले कांग्रेस सरकार के मौके पर भी ट्रांसपोर्ट मंत्री से मिले थे और अब भी उन्होंने पंजाब के सीएम भगवंत मान से मिलने का समय मांगा है परंतु उनको मिलने का समय नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि वह कल से 14 अगस्त तक अपनी बसों के ऊपर काले झंडे लगाकर रोष प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी अगर सरकार उनकी बात पर गौर नहीं करती तो वह 15 अगस्त को लुधियाना के बस स्टैंड में अपनी एक बस को आग की भेंट चढ़ा देंगे। बस ऑपरेटरों ने बताया कि उन्होंने आज की हड़ताल पंजाब मोटर यूनियन द्वारा किए गए आह्वान पर राज्य स्तर पर की है। इस मौके सुखजिन्दर सिंह, सुखविन्दर सिंह, राज शर्मा, अजमेर सिंह, गुरबचन सिंह, रजिन्दर कुमार, गुरप्रताप सिंह, सुखचैन सिंह, दर्शन सिंह, जगदेव सिंह, रजिन्दर सिंह, बघेल सिंह और धरमिन्दर सिंह उपस्थित थे।

बसें बंद होने से लोग हुए परेशान

बसों की हड़ताल के कारण बस स्टैंड में खासकर गांवों के लोग अधिक परेशान होते दिखाई दिए। जब लोगों की इस परेशानी के बारे में बस आॅपरेटरों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोगों को परेशान करने का उनको कोई शौक नहीं है, यह उनकी मजबूरी है, क्योंकि अगर उनका यह कारोबार घाटे का ही सौदा रहा तो उनके साथ साथ उनके साथ हजारों कर्मचारी जो इस कारोबार से जुड़कर अपने परिवारों की रोजी रोटी चला रहे हैं, वह भी बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल्द उनकी इस मांग को सरकार माने ताकि जो उनके घाटे की तरफ जा रहे कारोबार को बचाया जा सके और लोगों को भी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।

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