खादर क्षेत्र के गांव इस्सापुर खुरगान का निवासी था बुलंदशहर में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया विनोद गडरिया | Kairana News
- 21 वर्ष पूर्व पत्नी की मौत के बाद पश्चिमी उत्तर-प्रदेश के टॉप क्रिमिनल के सम्पर्क में आया था विनोद
कैराना (सच कहूँ न्यूज़)। Kairana News: एक दिन पूर्व बुलंदशहर के जहांगीराबाद में नोएडा एसटीएफ व पुलिस के हाथों एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात बदमाश विनोद गडरिया की मौत के साथ ही अपराध की दुनिया का एक अध्याय समाप्त हो गया। विनोद गड़रिया के अपराध का अंत जितना खौफनाक है, उसके अतीत की कहानी भी उतनी ही दिलचस्प है। Kairana News
विनोद गड़रिया खादर क्षेत्र के गांव इस्सापुर खुरगान का रहने वाला था। विनोद का एक भाई प्रमोद भी था। आज से करीब 27 वर्ष पूर्व दोनों भाई गांव में ही परचून की छोटी-सी दुकान चलाकर अपना गुजर बसर किया करते थे। इसके अलावा, आजीविका के लिए गांव में ही मजदूरी भी कर लेते थे। बताया जाता है कि मुफलिसी व सामाजिक कमजोरी का फायदा उठाकर गांव के ही एक दबंग व्यक्ति ने विनोद की पत्नी के साथ में जबरदस्ती डरा-धमकाकर अवैध सम्बन्ध बना लिए थे। विनोद को मामले की जानकारी हुई तो उसे यह बात नागवार गुजरी। इसी दौरान विनोद की पत्नी की मौत हो गई, जिसकी हत्या का आरोप भी विनोद पर ही लगा था। Kairana News
पत्नी की मौत के बाद विनोद गांव से फरार हो गया। फरारी के दौरान ही वह पश्चिमी उत्तर-प्रदेश, हरियाणा व उत्तराखंड के टॉप क्रिमिनल के सम्पर्क में आया था। इसके बाद, जरायम की दुनिया में कदम रखने के पश्चात विनोद ने पीछे मुड़कर नही देखा। उसने आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए गैंग तैयार किया और लूट, डकैती, चोरी, मर्डर व रंगदारी आदि की ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दिया। विनोद पर विभिन्न थानों में कुल 40 संगीन मुकदमें दर्ज है, जिनमें से लगभग 30 मुकदमें अकेले जनपद मुजफ्फरनगर के थानों में पंजीकृत है। इसके अलावा, शामली जनपद में हुई कई आपराधिक घटनाओं में भी विनोद का नाम आता रहता था।
दबंगों का जुल्म व पत्नी की हत्या का आरोप बना गांव छोड़ने की वजह
बताया जाता है कि विनोद गड़रिया व उसके परिवार के साथ में गांव के ही कुछ दबंगों ने काफी बुरा सलूक किया था। उस जमाने में इन दबंगों की सत्ता में तूती बोलती थी, जिसके चलते इनके खिलाफ कोई जुबान खोलने की हिम्मत नही करता था। वर्ष-2004 में पत्नी की हत्या का आरोप भी विनोद पर ही लगा था। इसके बाद, उसे गांव छोड़ना पड़ा। इन्ही दबंगों के आतंक से विनोद का भाई प्रमोद भी गांव छोड़ने को मजबूर हुआ था। बताया जाता है कि दोनों भाइयों के मकानों की भूमि पर आज भी इन्ही दबंगों का कब्जा है। Kairana News
हालांकि बाद में विनोद के अपराध की दुनिया में कदम रखने के पश्चात इन दबंगों की घिग्गी बंधी रही। ये लोग आजतक भी विनोद के खौफ के साये में अपना जीवन जी रहे थे। शुक्रवार को विनोद के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद इन लोगो ने राहत की सांस ली है। सपा शासनकाल के दौरान गांव इस्सापुर खुरगान में एक रसूखदार व्यक्ति के यहां पर डकैती की बड़ी घटना घटित हुई थी, जिसमें विनोद गड़रिया गैंग के शामिल होने की बात सामने आई थी।
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