हरियाणा के 135 मॉडल स्कूलों में बनेंगे आर्ट एंड कल्चरल क्लब

Art and Cultural Clubs SACHKAHOON

स्कूलों के लिए 1 करोड़ 75 लाख 50 हजार रूपये की राशि की जारी

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। शिक्षा की गुणवता में सुधार के लिए राज्य में 135 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को मॉडल स्कूल का दर्जा दिया गया है। इन विद्यालयों को केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नई दिल्ली (सीबीएसई) से मान्यता मिली है। सीबीएसई की शर्तो के मुताबिक अब इन विद्यालयों में आर्ट एंड कल्चरल क्लब की स्थापना की जाएगी। राज्य के सभी राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में आर्ट एंड कल्चरल क्लब की स्थापना के लिये प्रदेश के विद्यालय शिक्षा निदेशालय के डायरेक्टर जे गणेशन की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर दिशा-निर्देश जारी किए गए है।

साथ ही विभाग द्वारा क्लब के सुचारू संचालन के लिए प्रति विद्यालय 1 लाख 30 हजार रूपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई है। यानि राज्य के 22 जिलों में स्थापित 135 मॉडल स्कूलों के लिए 1 करोड़ 75 लाख 50 हजार रूपये जारी किए गए है। जिसमें वेशभूषा के लिए 40 लाख 50 हजार, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट के लिए 81 लाख रूपये व आर्ट मैटिरियल के लिए 54 लाख खर्च होंगे।

हर स्कूल में आर्ट एंड कल्चरल क्लब की स्थापना अनिवार्य

प्रत्येक राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आर्ट एंड कल्चरल क्लब की स्थापना करना अनिवार्य है। वहीं क्लब के उद्देश्यों को पूर्ण करने तथा सुचारू संचालन के लिए क्लब इंचार्ज को दायित्व सौंपा जाएगा तथा वर्ष के अंत तक सीबीएसई तथा सीसीआरटी द्वारा दिये गये उद्देश्यों को पूरा किया जाएगा। क्लब इंचार्ज समय-समय पर सीबीएसई वेबसाइट का अवलोकन कर विद्यार्थियों को प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर प्रतियोगिता करवायेंगे।

वेशभूषा खरीदने के लिए मिलेंगे प्रति स्कूल 30 हजार

मॉडल स्कूलों में सांस्कृति वेशभूषा खरीदने के लिए प्रति विद्यालय 30 हजार की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। जिसके तहत विद्यालय किसी भी ग्रुप सांग, ग्रुप डांस, स्किट, प्ले, थियेटर व अन्य परफोर्मिंग आर्ट इत्यादि के लिए वेशभूषा व अन्य एक्सेसरीज खरीद सकता है।

एक स्कूल को वाद्य यंत्र खरीदने के लिए मिलेंगे 60 हजार

वाद्य यंत्रों की खरीददारी के लिए प्रति विद्यालय 60 हजार की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। जिसके तहत विद्यालय टेबल, कशियों, हारमोनियम, ढोलक, इलेक्ट्रॉनिक तानपुरा, चैन की, ड्रम सैट, माउथ आॅर्गन व माइक आदि खरीदें जाएंगे। इसके अलावा अगर कोई विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे है तो विद्यालय उसके अनुसार भी संगीत वाद्य यंत्र खरीद सकता है।

40 हजार में कला सामग्री की होगी खरीददारी

कला सामग्री की खरीददारी के लिए प्रत्येक स्कूल को 40 हजार रूपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। खरीदी जाने वाले सामग्री में विद्यालय पेंटिंग के लिय सामग्री जैसे डार्इंग बोर्डस, ईजल स्टैंड, पेस्टल कलर, वैक्स कलर, वाटर कलर, पोस्टर कलर, ब्रश सेट, ड्राइंग शीट, कलर पेपर, थंब पेंट, प्लास्टिक रिबन, आंचलिक फैब्रिक कलर की खरीददारी की जाएगी। इसके अलावा आर्ट एंव क्राफ्ट, शिल्प कला तथा कले मॉडलिंग इत्यादि के लिए सामग्री की खरीददारी की जाएगी। कला सामग्री विद्यार्थियों की संख्या, रूचि तथा दक्षता के आधार पर विद्यालय द्वारा कमेटी का गठन कर निर्धारित की जाएगी। इस कमेटी में पीजीटी फाइन आर्टस व ड्राइंग अध्यापकों को भी सदस्य के रूप में शामिल किया जाएगा।

‘‘राज्य में बनाये गए 135 मॉडल स्कूलों में अब सीबीएसई की दिशा-निर्देशों अनुसार आर्ट एंड कल्चरल क्लब की स्थापना की जाएगी। जिसके लिए विभाग ने पहल शुरू कर दी है। वहीं क्लबों के सुचारू रूप से संचालन के लिए विभाग द्वारा प्रति स्कूल 1 लाख 30 हजार रूपये का बजट जारी किया गया है।

बूटाराम, डीपीसी एवं नोडल अधिकारी, मॉडल स्कूल सरसा।

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