सचखंड वासी प्रेमी राम सरूप इन्सां के नमित नामचर्चा आयोजित

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चंडीगढ़ (एम के शायना) ब्लॉक चंडीगढ़ के सैक्टर 52 निवासी प्रेमी राम सरूप इन्सां जो कि 21 दिसम्बर को इस नश्वर संसार को त्यागकर मालिक की गोद में सचखंड जा विराजे थे, उनकी याद में उनके परिजनों ने रविवार को चंडीगढ़ के नाम चर्चा घर में नामचर्चा का आयोजन किया। नामचर्चा के दौरान सचखंडवासी के परिवारजनों सहित समस्त रिश्तेदारों व साध संगत ने नम आखों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

सर्वप्रथम नामचर्चा की शुरूआत ब्लाक भंगीदास रणबीर इन्सां ने पवित्र नारा ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ लगाकर की। उसके पश्चात कविराज भाईयों ने डेरा सच्चा सौदा के ग्रंथों में से नाम एवं चेतावनी प्रथाए भजनों से मनुष्य जन्म की सार्थकता बयान की। इस मौके नामचर्चा में पहुंचे 45 मैंबर मलराज इन्सां और चमन इन्सां ने श्रद्धांजलि भेंट करते कहा कि एक दिन यहां से सभी ने जाना है लेकिन मानवीय जिंदगी का जो मनोरथ है, उसे सचखंडवासी राम सरूप इन्सां ने बाखूबी पूरा किया।

प्रेमी राम सरूप इन्सां ने पूजनीय हजूर पिता संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी महाराज से नाम शब्द लेकर पूरे परिवार सहित अन्य लोगों को भी डेरा सच्चा सौदा से जोड़ा। राम सरूप इन्सां हमेशा सेवा कार्यों में अग्रणी रहते थे। उनके साथ-साथ उनका परिवार भी सेवा कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेता है।

उन्होंने कहा कि जो जीव जीते-जी पूर्ण सतगुरु से नाम शब्द लेकर भक्ति करते हैं वे जन्ममरण के चक्कर से आजाद हो जाते हैं। वहीं नामचर्चा के अंत में सेवादारों द्वारा डेरा सच्चा सौदा के पवित्र ग्रंथ में से पूज्य गुरु जी के पावन वचन पढकर सुनाए गए। नामचर्चा में उनके पुत्र राजेश इंसा व पुत्रबधू सीमा इंसा, पुत्र तरसेम इंसा व पुत्रवधू पिंकी इंसा और परिवार व अन्य साध संगत हाजिर रहे।

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