ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने 5 मई को जालंधर शहर में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकालने का किया ऐलान

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विभिन्न श्रेणी के ठेका कर्मचारियों को संबंधित विभागों में मर्ज कर सरकार नियमित करे – मोर्चा नेता

जलालाबाद (रजनीश रवि)। विभिन्न विभागों में कई वर्षों से काम करते आऊटसोर्स व इनलिस्टमैंट कर्मचारियों के स्थाई रोजगार की मांग के प्रति सरकार के बर्ताव के खिलाफ ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब ने संघर्षं की घोषणा की है। आज यहां एक प्रैस ब्यान जारी करते हुए ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब के प्रांतीय नेता वीरेंद्र सिंह मोमी, बलिहार सिंह कटारिया, पवनदीप सिंह, जगरूप सिंह लेहरा, गुरविंदर सिंह पन्नू, शेर सिंह खन्ना, सिमरनजीत सिंह नीलों, जसप्रीत सिंह गगन, सुरिंदर कुमार और प्रेस सचिव सतनाम सिंह फलियावाला ने कहा कि मौजूदा पंजाब सरकार जो पिछली सरकारों का विकल्प पेश करने का दावा करती है, लेकिन इस सरकार को पिछली सरकारों से और बढ़ते मेहनतकश लोगों से किए गए वादों को पूरा करने के बजाय कारपोरेट घरानों की लूटपाट और मुनाफाखोरी के हितों को पूरा करने के लिए प्रदेश की जनता के साथ झूठ और फरेब का खेल जारी रखा गया है और जनसेवा के लिए बनी संस्थाओं को कारपोरेटरों के हवाले कर लूट की नीतियों को अंजाम दिया जा रहा है।

क्या है मामला

विभिन्न सरकारी विभागों में लंबे समय से आउटसोर्स और इनलिस्टमैंट वर्कर के रूप में काम कर रहे हैं, संबंधित विभागों में शामिल करके नियमित करने, उनके स्थायी रोजगार, न्यूनतम मजदूरी कानून के अनुसार रहने योग्य वेतन, बराबर काम के लिए बराबर वेतन, सरकारी विभागों के निजीकरण के खिलाफ और अन्य महत्वपूर्ण मांगों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते हुए इन मजदूरों की मांगों-मुद्दों को आपसी बातचीत से हल करने के उद्देश्य से पिछले 1 साल से सीएम पंजाब सरकार से मिलने की कोशिश कर रहे हैं और बार-बार पत्र लिखकर मीटिंग करने की गुहार लगा रहे हैं, मगर पंजाब के सीमएम ने 10 बार लिखित रूप से बैठक करने का समय तय किया, लेकिन सीएम साहब ने प्रत्येक बार अपनी महत्वपूर्ण व्यस्तता का बहाना बनाकर बैठक करने से मना कर दिया।

उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां पंजाब सरकार ठेका कर्मचारियों की मांगों को लेकर आनदेखी कर रही है। वहीं, विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत आउटसोर्सिंग व इनलिस्टमैंट कर्मचारियों के खिलाफ निर्णय लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के ठेका मुलाजिम विरोधी रवैये के कारण हमारे पास अपने कच्चे रोजगार की रक्षा और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, जिसके संबंध में जालंधर लोकसभा के उप चुनावों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब के मंच पर विभिन्न विभागों के आउटसोर्स व इनलिस्टमैंट कर्मियों ने 5 मई को जालंधर पहुंचकर सरकार की ज्यादतियों का जनता के बीच उजागर करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने सभी श्रेणी के विभागों के ठेका कर्मचारियों से पुरजोर अपील करते हुए कहा कि पिछली सरकारों की तरह कारपोरेट लुटेरों की सेवा करने वाले और पंजाब सरकार के रवैये के खिलाफ ठेका कर्मचारी अपनी एकता का एहसास करवाए और अपना हक पाने के लिए आज से ही इस संघर्ष की तैयारी शुरू कर दें और अपने संघर्ष शक्ति के बल पर एकजुट होकर पंजाब सरकार को मांगें मानने के लिए मजबूर किया जा सके।

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