बरसात से जलभराव के कारण सैकड़ों एकड़ धान व बाड़ी की फसल बर्बाद

गांव पिंजूपुर के किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की गिरदावरी कर मुआवजा दिए जाने की मांग

सच कहूँ/अशोक राणा
कलायत। जलभराव के कारण पानी निकासी न होने से बाड़ी व धान की फसल खराब होने पर गांव पिंजूपुरा के ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है।  एसडीएम कार्यालय के बाहर गांव पिंजूपुरा के किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए जल्द पानी की निकासी करने और खराब हुई फसल की गिरदावरी कर मुआवजा दिए जाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार आशीष कुमार को लिखित ज्ञापन भी सौंपा। किसान विजेंद्र पुरी, कृष्ण, महेंद्र, राजू ,सुभाष, सुरेश, लीलाराम व अन्य किसानों ने बताया कि बरसात में जलभराव के कारण गांव पिंजूपुरा के करीब 350 एकड़ धान व कपास की फसल बर्बाद हो गई है। जल्द ही खेतों से पानी की निकासी नहीं की गई तो और भी अधिक फसल बर्बाद हो सकती है। जलभराव का एक बड़ा कारण गांव पिंजूपुरा से मटौर तक जाने वाले रास्ते पर डाली गई मिट्टी है। जिस कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और खेतों में कई-कई फुट तक जल भराव के कारण उनकी फसल बर्बाद हो रही है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से गिरदावरी कर उचित मुआवजे की मांग की है।

प्रशासन पानी निकासी के लिए कर रहा कड़े प्रबंध: नायब

नायब तहसीलदार आशीष कुमार ने कहा कि डीसी डा. संगीता तेतरवाल के निर्देश पर प्रशासन की तरफ से पानी निकासी के लिए कड़े प्रबंध किए जा रहे हैं। पिंजूपुरा के ग्रामीणों द्वारा जो ज्ञापन सौंपा गया है। वह माननीय एसडीएम के संज्ञान में लाया जाएगा। जल्द ही किसानों की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।