बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा देकर निभाया बेटों के बराबर होने का फर्ज

Daughters shouldering the bier of their father sachkahoon

सच कहूँ/सुनील कुमार, खारियां। ब्लॉक रामपुरथेड़ी-चक्कां के गाँव गिंदड़ा निवासी 85 वर्षीय हनुमान इन्सां गत दिवस अपनी सांसारिक यात्रा पूरी कर कुल मालिक के चरणों में ओड़ निभा गए। उनकी अंतिम यात्रा के दौरान समाज को नई दिशा दिखाते हुए उनकी पुत्रियां, पौत्रियां व पुत्रवधुओं ने अर्थी को कंधा देकर बेटों के बराबर होने का फर्ज अदा किया। यह रस्म बेटी माया इन्सां, गोमती इन्सां, पुत्रवधू वीना इन्सां (लंगर सेवा समिति सेवादार), दया, सुमित्रा, पौत्रियां भावना इन्सां, रेनु बाला इन्सां व पौत्री सिमरन इन्सां ने निभाई।

स्वजनों के इस सराहनीय कार्य की ग्रामीणों द्वारा काफी प्रशंसा की जा रही है। सचखंडवासी की धर्मपत्नी भूरी देवी इन्सां ने बताया कि वर्षो पूर्व उनके पति हनुमान इन्सां ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से नाम शब्द की अनमोल दात प्राप्त की थी। इसके पश्चात उन्होंने पूरे परिवार को डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ा और सेवा कार्यों में लगाया। इस अवसर पर धर्मपाल इन्सां, डॉ. सीताराम इन्सां, रमेश इन्सां, माया इन्सां, गौमती इन्सां सहित रिश्तेदार परिजन ग्रामीण व डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी मौजूद रहे।

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