नौ माह बाद भी महिलाएं वैक्सीनेशन के मामलों में पुरुष वर्ग से पीछे

women lag behind men in terms of vaccination sachkahoon

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। जिले में कोविड वैक्सीनेशन अभियान की शुरूआत पूरे देश के साथ 16 जनवरी से हुई थी। इस अभियान को आज करीब 9 महीने पूर्ण हो चुके है। अब तक जिले में कुल वैक्सीनेशन डाटा पर नजर दौड़ाएं तो सरसा जिला में करीब 10 लाख 39 हजार लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। जबकि 2 लाख 62 हजार 242 लोगों को दोनो डोज लग चुकी है। यदि जिले में लिंगवार वैक्सीनेशन की स्थिति देखें तो महिलाएं अभियान के 9 महीने गुजरने के बाद भी पुरुषों से काफी पीछे है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में जहां 5 लाख 42 हजार 677 से अधिक पुरुष वैक्सीनेट हो चुके है। वहीं 4 लाख 95 हजार 831 महिलाओं ने वैक्सीन लगवाई है।

हालांकि वैक्सीनेशन अभियान में महिलाओं के पिछड़ने की अलग-अलग कारण है। जिनमें एक कारण गर्भवती महिलाओं का वैक्सीनेशन देर से शुरू होना भी है। जिले में अब तक 10 लाख 39 हजार लोगों को वैक्सीन डोज लग चुकी हैं। इनमें से 7 लाख 76 हजार 758 लोगों को पहली तथा दो लाख 62 हजार 242 लोगों को दोनों डोज लग चुकी है। जिले में अब तक 18 से 44 आयु वर्ग के चार लाख 44 हजार 569 लोगों को पहली डोज लगा चुकी है। जबकि 92125 लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। 45 से 60 आयु वर्ग के एक लाख 81 हजार 72 लोगों को पहली डोज लग चुकी है। वहीं 76686 लोगों को दोनों डोज लग चुकी है। 60 वर्ष से अधिक उम्र के एक लाख 37 हजार 144 लोगों को पहली डोज लगी है। 80,412 लोगों को दोनों डोज लग चुकी है।

फसली सीजन के चलते मंद पड़ी वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार

फसली सीजन के चलते अब वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी हुई है। क्योंकि लोग अब खेतों में नरमा-कपास सहित अन्य फसलों की चुगाई में जुट गए है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीमें दूर-दराज खेतों में जाकर लोगों को वैक्सीन लगा रही है। शनिवार को जिले में 66 अलग-अलग स्थानों पर वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया। लेकिन दिनभर में सिर्फ 2032 लोग ही इन सेंटरों पर वैक्सीन लगवाने को पहुंचे। इनमें 18 से 44 आयु वर्ग में 612 ने पहली व 805 ने दूसरी डोज लगवाई। 45 से 60 आयु वर्ग में 181 ने प्रथम व 280 ने द्वितीय डोज लगाई। 60 साल से अधिक उम्र में 65 ने पहली व 89 ने दूसरी डोज ली।

सिविल सर्जन डॉ. मनीष बंसल ने बताया कि वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। फसली सीजन में टीमों को सुबह सवेरे घरों में भेजा जाता है। जिले में दूसरी डोज से वंचित रहने वालों को ब्लक में एसएमएस भेजे जा रहे हैं। लोगों को घरों में जाकर भी वैक्सीन के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

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