Petrol-Diesel Price Update: राजस्थान के पेट्रोलियम डीलर्स को हो रहा नुकसान!

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Petrol-Diesel Price Update: राजस्थान के पेट्रोलियम डीलर्स को हो रहा नुकसान!

Petrol-Diesel Price Update: हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हनुमानगढ़ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिले में पेट्रोल-डीजल का अवैध भण्डारण, परिवहन एवं विक्रय करने वाले डीजल माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। इस संबंध में एसोसिएशन पदाधिकारियों ने शुक्रवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। साथ ही अवैध डीजल-पेट्रोल बेचने व परिवहन करने वालों की सूची भी सौंपी गई। एसोसिएशन जिलाध्यक्ष पतराम भाम्भू के अनुसार राजस्थान सरकार की ओर से डीजल व पेट्रोल के रेट कम करने के बावजूद भी अभी पंजाब से डीजल 5 रुपए व पेट्रोल 8 रुपए तक महंगा है। Petrol-Diesel Price

इस कारण पंजाब से पिकअप गाडिय़ों में अवैध रूप से डीजल व पेट्रोल खरीदकर हनुमानगढ़ जिले के प्रत्येक गांव व हाइवे पर होटलों तथा किरयाना की दुकानों पर खुलेआम बेचा जा रहा है। कई डीजल माफिया ने तो अपनी पिकअप पर डिस्पेंसिंग यूनिट लगाकर मोबाइल रिटेल आउटलेट ब्राउचर बनाकर हाइवे पर अवैध रूप से ट्रकों में डीजल भरा जा रहा है। भाम्भू ने कहा कि अवैध डीजल को खरीदना, बेचना, परिवहन करना, भण्डारण करना, कानूनी रूप से अवैध तो है ही इसके साथ-साथ आम नागरिक के जान व माल के लिए खतरा भी बना हुआ है।  Hanumangarh News

भण्डारण करने वालों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं

कई दफा अवैध डीजल के भण्डारण की दुकानों में आग लगने व जन हानि होने की घटनाएं पूर्व में भी हो चुकी हैं। इन अवैध डीजल कारोबार से इस क्षेत्र के पम्पों की सैल इतनी कम हो गई है कि पम्प मालिक अपने सेल्समैन का वेतन, बिजली, पानी व दैनिक खर्चे भी निकालने में सक्षम नहीं हैं। इसके फलस्वरूप पेट्रोल पम्प बंद हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से निरीक्षण करने, तलाशी लेने, अपने कब्जे में लेने का अधिकार जिला रसद अधिकारियों, सभी कार्यपालक मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को दिया गया है। जिला कलक्टर की ओर से भी जिले में पेट्रोल-डीजल के अवैध भण्डारण, परिवहन, विक्रय पर रोकथाम के लिए उपखण्ड स्तर पर संयुक्त जांच दल का गठन किया गया था। Petrol-Diesel Price

तस्करों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए जाएं

परन्तु जांच दल की ओर से जिले में अवैध पेट्रोल-डीजल के परिवहन, वितरण व भण्डारण करने वालों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की जा रही। इससे डीजल माफिया के हौंसले इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि अब गांव गांव व ढाणी-ढाणी में अवैध डीजल का व्यापार हो रहा है। ज्ञापन में मांग की गई कि जिले में प्रत्येक एसडीएम, डीएसपी, तहसीलदार को एक माह में कम से कम अपने क्षेत्र में पांच प्रकरण बनाने का टारगेट प्रदान किया जाए। हर माह होने वाली राजस्व अधिकारियों की मीटिंग में इसका एक नक्शा लिया जाए व की गई कार्यवाही पर समीक्षा की जाए।

अवैध डीजल-पेट्रोल विक्रय करने वाले तस्करों की ओर से जिन्हें अवैध रूप से डीजल बेचा गया है उन विक्रेताओं के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किए जाएं। जिन मोबाइल रिटेल आउटलेट ब्राउचर की ओर से अवैध रूप से पेट्रोल-डीजल परिवहन का कारोबार किया जा रहा है उनकी आरसी निलम्बन के लिए जिला परिवहन अधिकारी को लिखा जाए। अवैध डीजल-पेट्रोल का व्यापार करने वाले के खिलाफ सैल टैक्स विभाग को सूचित कर राज्य सरकार को हुए वैट के नुकसान की गणना कर पैनल्टी सहित वैट वसूल किया जाए। Petrol-Diesel Price

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