श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। अपने बच्चों के सपनों को शराब की बोतलों में न बहने दें। जो लोग किसी भी कारण से नशे की चपेट में आ चुके हैं, वे नशा छोड़कर स्वस्थ तन और प्रसन्न मन से खुशहाल व सम्मानित जीवन जीने की ओर अग्रसर हो। पारिवारिक उत्सवों, त्योहारों पर अपनी खुशियां नशे में तलाशने की भूल करने से बचें। नशे की आदत पर नियंत्रण पाना मुश्किल है, परंतु असंभव नहीं है। किसी योग्य चिकित्सक की सलाह व घर वालो के सक्रिय सहयोग से नशा छोड़ा जा सकता है। ये उदगार पुलिस थाना केसरीसिंहपुर की ओर से व्यापार मंडल भवन में आयोजित नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला व नशामुक्ति शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में नशामुक्ति विशेषज्ञ डॉ. रविकांत गोयल ने कहे।
डॉ. गोयल ने नशेडियों के लक्षण, नशीले पदार्थों के दुष्परिणाम, नशीले पदार्थाें से बचने के उपाय से अवगत करवाते हुए नशामुक्त जीवन जीने का आह्वान किया। शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि समाजसेवी मुनीश कुमार लड्ढा ने कहा कि नशीले पदार्थाे में मिले हुए जहरीले तत्व रक्त में घुल जाते हैं और रक्त में घुला हुआ यह जहर शरीर का जो स्थान विशेष कमजोर हो, वहा धीरे- धीरे इकट्ठा होने लगता है, जिस कारण उस स्थान की नई कोशिकाओं का निर्माण होना बंद हो जाता है। इसके फलस्वरूप नशा करने वाले व्यक्ति में रोग, महारोग के कारण व्यक्ति की समय से पहले मौत हो सकती है।
जो लोग नशे की चपेट में आ चुके हैं वे नशा छोड़ने का मन बनाकर इलाज की प्रक्रिया से जुड़े और परिवार की खुशहाली को फिर से लौटाए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डी. एस.पी. श्रीकरणपुर विक्की नागपाल ने कहा कि युवा हो रहे स्कूल व कॉलेज के नौजवान स्वयं नशे से बचे ओर समाज के लोगों को भी नशे रूपी दलदल में पड़ने से बचाने में अपनी प्रभावी भूमिका अदा करें। नशामुक्ति जनजागृति कार्यशालाओं से जो वातावरण निर्मित हो रहा है, उसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। आज छोटे-छोटे बच्चे अपने अभिभावकों का नशा छुड़वाने में प्रभावी भूमिका अदा करते दिखाई पड़ने लगे है।
जो अवैध रूप से नशा बेचते है, उनकी सूचनाएं सी एल जी सदस्यों व थानाधिकारियों के माध्यम से सांझा करे। आपके नाम गुप्त रखे जायेंगे। व्यापार मंडल अध्यक्ष अनिल मोहता ने कहा कि मानव जीवन अनमोल है, इसे नशे में न गवाएं। कच्ची आढ़त संघ के अध्यक्ष प्रवेश छोड़ा ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति अपने साथ-साथ परिवार का जीवन भी बर्बाद कर देता है। विद्यार्थी नशे व अन्य बुराइयों से दूर रहकर अपने भविष्य को उज्जवल कर सकते है। नशामुक्त समाज की रचना करने में सहयोगी बनें। केसरीसिंहपुर थानाधिकारी गोपाल सिंह नाथावत ने कहा कि श्रीगंगानगर जिले में आई.पी. एस. सुधीर प्रताप सिंह जी ने नशामुक्त समाज की रचना का जो सपना संजोया था, वह इस इलाके के विकास व नौजवानों की तकदीर बदलने का एक नया इतिहास लिखेगा।
जिला कलेक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सिहाग और जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा इस दिशा में विशेष रूप से प्रयासरत है। नशामुक्ति अभियान पुलिस प्रशासन द्वारा चिकित्सा विभाग व शिक्षा विभाग के सहयोग से चलाया जा रहा है, जिसके सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं। युवा व जागरूक लोग इस अभियान के सहयोगी बनें। कार्यक्रम के अंत में डॉ. रविकांत गोयल ने नशा छोड़ने के इच्छुक लोगों की जांच की व उन्हें उचित परामर्श दिया।
मंशा की शुरूआत 14 फरवरी से
श्रीगंगानगर। संभाग स्तरीय नशा मुक्ति अभियान मिशन अगेंस्ट नारकोटिक्स सब्सटेंस एब्यूज (मंशा) 14 फरवरी से 23 मार्च तक श्रीगंगानगर जिले में आयोजित किया जायेगा। एडीएम श्रीमती कमला अलारिया ने बताया कि 14 फरवरी से शुरू हो रहे पहले चरण के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन जिला मुख्यालय स्थित राजकीय मल्टीपर्पज (बायज) स्कूल में 14 फरवरी को दोपहर 2 बजे होगा।
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