केन्द्रीय मंत्री वी.के. सिंह के गांव बापोडा में दर्जनों मौतें

Union-Minister-V.K.-singh

न कोरोना टेस्टिंग हुई, न वैक्सीनेशन का काम

  • 25 से ज्यादा मौतों से ग्रामीणों में ख़ौफ का माहौल

सच कहूँ/इन्द्रवेश, भिवानी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश को हिला दिया। शहरों में हालात कुछ सुधरे लेकिन गांवों में हालात ऐसे बिगड़े की मौत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा। केंद्रीय मंत्री व देश के थल सेना प्रमुख रह चुके सेवानिवृत्त जनरल वी.के. सिंह के गांव बापोडा में बुख़ार सहित बीमारियों से दर्जनों मौतें हो चुकी हैं। इसका कारण गाँवों में टेस्टिंग व वैक्सीनेशन न होना माना जा रहा है।

गाँव में कुछ दिनों में ही 25 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अब लोगों में इतना डर है कि कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा। गांव के सरपंच नरेश ने बताया कि मरने वालों में 3-4 पॉजिटिव थे। उन्होंने बताया कि अब डीसी जयबीर सिंह आर्य ने एसपी व सीएमओ के साथ गाँव आकर कोविड सेंटर बनाया है, जहां टेस्टिंग और वैक्सीन का काम शुरू हुआ है। वहीं बापोड़ा गांव निवासी सतपाल तंवर ने बताया कि गांव वाले पहले टेस्टिंग व वैक्सीन से डरते थे।

जो जांच करवाना चाहता था, उसके लिए सुविधा नहीं थी। ऐसे में देखते ही देखते चंद दिनों में 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग न होने से ये मौत कोरोना के कारण हुई मानी जा रही हैं। वहीं बापोडा गांव में कोविड सेंटर इंचार्ज डॉ. मोनिका ने बताया कि आज बापोड़ा गांव में 70 लोगों को वैक्सीन लगाई है और 30 लोगों के कोरोना टेस्ट किए गए हैं। जिनमें कोई पॉजिटिव नहीं मिला।

डॉ. मोनिका ने कहा कि ये काम लगातार जारी रहेगा। ऐसे हालात अकेले बापोडा गांव में नहीं है बल्कि जिले के हर बड़े गांव में यही स्थिति देखने को मिल रही है। हालांकि कुछ सरपंचों की जागरूकता से कोरोना पर लगाम कसने में मदद भी मिली है। तिगड़ाना गांव के सरपंच प्रदीप ने अच्छी पहल करते हुए गांव में मुनादी करवा दी है कि कोई भी बेवजह घर से बाहर निकला, ताश खेलते मिला या सामूहिक हुक्का पीते मिला तो 500 रुपये जुर्माना लगेगा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।