टिकरी बॉर्डर पर दोगुना हुआ किसानों का हुजूम

टिकरी बॉर्डर पर किसान वाहनों की लंबी कतार

नई दिल्ली (रविन्द्र रियाज)। पिछले 14 दिनों से पंजाब हरियाणा राजस्थान समेत तमाम राज्यों से आए किसानों द्वारा दिल्ली की चारों दिशाओं को पूर्ण रूप से बंद कर रखा है। केंद्र सरकार ने भारी मात्रा में दिल्ली के बोर्डरों पर पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्सेज भारी संख्या में तैनात की हुई है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम बड़े पैमाने पर किए गए हैं, ताकि किसान किसी भी कीमत पर दिल्ली में दाखिल न हो सके। प्रशासन के तंत्र जंतर के आगे किसानों का जोश और एकता दिन प्रतिदिन ओर मजबूत होता दिखाई दे रहा है। टिकरी बॉर्डर के नजारे की अगर बात की जाए तो सच कहूँ सवांददाता रविन्द्र रियाज ने बुधवार को वहाँ पहुंचकर किसान आंदोलन का जायजा लिया।

यहाँ जो भी नजारा देखने को मिला वो सभी धरने प्रदर्शनो से हटकर था। बहादुरगढ़ से टिकरी बॉर्डर तक किसानों के ट्रैक्टर ट्रालियों के इलावा किसानों के जथे इधर उधर घूमते ही दिखाई देंगें। यहाँ आपको ये बतादें की किसानों जथेबंदियों द्वारा लोकल नागरिकों को सड़क आवागमन की परेशानी न हो उसके लिए किसानों ने द्वारा एक सड़क के किनारे ट्रैक्टर ट्रालियां लगाकर राहगीरों के लिए स्वयं ट्रैफिक व्यवस्था सम्भाली जा रही है। दूसरी अच्छी पहल यहाँ आंदोलन में आए युवा किसानों द्वारा बुर्जुग किसानों की न केवल बढ़िया देखभाल की जा रही है इसी के साथ यहाँ सफाई व्यवस्था का इन युवाओं द्वारा पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

किसानों का आना बड़े पैमाने पर जारी

पानी क्यों कहीं की किसान आंदोलन में किसानों द्वारा ही खाने-पीने से लेकर दवा दारू समेत तमाम रोजमर्रा की जरूरतों का ख्याल रखा जा रहा है। मसलन किसान आंदोलन में अभी भी टिकरी बॉर्डर पर पंजाब राजस्थान हरियाणा समेत अन्य राज्यों से किसानों का आना ट्रैक्टर ट्रॉली ऊपर बड़े पैमाने पर जारी है तस्वीर में आप देख सकते हैं किस प्रकार टिकरी बॉर्डर पर किसान वाहनों की लंबी कतारें दिखाई दे रही है इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसानों का मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी का नतीजा है कि किसान टिककरी बॉर्डर पर शिफ्टों में अपनी हाजरी लगाकर इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहें है।

 

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