महापूंजीपतियों की दलाल के रूप में काम कर रही है सरकार: अशोक तंवर

Ashok Tanwar

किसानों के धैर्य की परीक्षा लेना छोड़ बातचीत से रास्ता निकाले सरकार

  • डॉ. तंवर ने सांसद सुनीता दुग्गल के आवास को किया सैनेटाइज, मास्क बांटे

सरसा(सच कहूँ/ सुनील वर्मा)। अपना भारत मोर्चा के संयोजक एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि केंद्र की सरकार महापूंजपतियों की दलाल के रूप में काम कर रही है। सरकार, ब्यूरोक्रेसी और धन्नासेठों का यह गठबंधन आम जनता की समझ में आ चुका है। डॉॅ. तंवर वीरवार को अपने सरसा हुडा स्थित निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कोविड के दौरान अपनी जान की बाजी लगाकर काम कर रहे मीडियाकर्मियों को कोरोना वारियर्स की संज्ञा देते हुए उनकी इस बात के लिए तारीफ की कि उन्होंने कोरोना काल में सरकार की बदइंतजामी और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया।

डॉ. तंवर ने कहा कि अपना भारत मोर्चा के सहयोगियों ने पूरे प्रदेश में कोरोना काल के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जबकि जनप्रतिनिधि नदारद रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है और गांवों में इसका कहर बरप रहा है। एक एक गांव में 20-25 लोग कोरोना संक्रमित हैं। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री यह बयान दे रहे हैं कि धीरे-धीरे कोरोना की दवा देंगे। डॉ. तंवर ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर विवेकहीन व संवेदनहीन होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारों की गलतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है वहीं कीमती जानें जा रही हैं। ऐसा लगता है कि सरकार ने लोगों को मारने का ठेका ले लिया है। किसानों के धरने का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार आखिर किसानों के धैर्य की कितनी परीक्षा लेगी।

जब किसान काले कानूनों को नहीं मानते तो इन्हें वापस लेना चाहिए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रधानमंत्री से भेंट पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि संभव है कि मुख्यमंत्री ने किसानों की बात उठाई होगी, अगर ऐसा नहीं है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉ. तंवर ने कहा कि कोरोना की महामारी के दौरान जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खो दिया, उनके जीवन यापन का प्रबंध सरकार को करना चाहिए। जिस तरह की घोषणा सरकार ने की है उसमें न तो उनकी शिक्षा के बंदोबस्त का जिक्र है और न ही उनके पेट भरने का। सरकार आम जनमानस के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। पूर्व सांसद ने कहा कि हिसार में किसानों पर पुलिस की बर्बरता बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। लोकतंत्र में हिंसा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती।

उन्होंने हुडा सेक्टर में टेस्टिंग न होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका स्वयं का निवास 1 नंबर पर है लेकिन आज तक टेस्टिंग के लिए कोई नहीं आया। बाबा रामदेव द्वारा की जा रही टिप्पणी को अनुचित बताते हुए उन्होंने कहा कि महामारी के समय में इस तरह की बयानबाजी गलत है। उन्होंने कहा कि अपना भारत मोर्चा के सहयोगी देशभर में कोरोना महामारी के खिलाफ मुहिम को आगे लेकर जाएं ताकि इस बीमारी को जड़ से मिटाया जा सके। इस अवसर पर उनके साथ डॉ. तंवर की धर्मपत्नी अवंतिका माकन तंवर, पुत्र अनिरुद्ध तंवर, आदिकर्ता तंवर, अभिस्तदा तंवर, पार्षद प्रतिनिधि अमित सोनी, राजपाल सिंह, राजू बजाज, शेर सिंह कानूनगो, पंकज चौहान, सागर बजाज, विकास पूनिया सहित काफी संख्या में अपना भारत मोर्चा के सदस्य उपस्थित थे।

सांसद निवास पर की सैनेटाइजेशन

डॉ. तंवर ने अपना भारत मोर्चा द्वारा सैनेटाइजेशन व फ्री मास्क वितरण अभियान का अपने निवास से शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि रेवाड़ी में भी इस तरह का अभियान चलाया गया। उन्होंने इस अवसर पर सांसद सुनीता दुग्गल के सरसा के हुडा स्थित निवास पर स्वयं सैनेटाइजेशन किया। इस दौरान डॉ. तंवर ने कहा कि सरसा की सांसद को कोरोना से डर लगता है। इसी कारण वे सरसा आने से बच रही हैं। जनप्रतिनिधि को चाहिए कि वे जनता के बीच में रहें और अधिकारियों का भी मनोबल बढाएं ताकि काम में सक्रियता आ सके।

 

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