हरियाणा में 25 हजार 349 सर्विलांस पर लगाए गए लोगों में से मात्र 3675 के हुए टैस्ट

शराब बेचने की जल्दी कर रही मनोहर सरकार कोरोना टैस्टिंग में पिछड़ी

  • एक दिन में केवल हो रहे 51 टैस्ट
  • स्वास्थ्य कर्मियों, डॉक्टरों, नर्सों को नहीं मिल रही एन-95 मॉस्क, पीपीई किट
  • पांच निजी लैब्स के साथ चल रही कोरोना टैस्ट समझौते की बात भी अब तक नहीं चढ़ी सिरे

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। शराब बेचने की जल्दी में लगी प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार कोरोना को लेकर कागजी कार्रवाइयां बेशक लाख कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि अढ़ाई करोड़ की आबादी वाले इस प्रदेश में सरकार की कैपेसिटी केवल 51 से 60 कोरोना वायरस टैस्ट करने की नजर आ रही है। हालांकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मार्च महीने में दावा किया था कि पूरे देश में रोजाना 10 हजार कोरोना टैस्ट की कैपेसिटी है, लेकिन हरियाणा की तस्वीर कुछ और ही ब्यान करती है। 3675 लोगों की टैस्टिंग में अब तक प्रदेश में कुल 179 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं, जबकि 1024 लोगों की रिपोर्ट अभी भी पैंडिंग है।

बता दें कि पिछले 71 दिनों में सरकार ने कुल 25349 व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण के तहत निगरानी में रखा गया, लेकिन इनमें से अब तक केवल 3675 लोगों के ही कोरोना टैस्ट हुए हैं। जिनमें से अब तक 1024 लोगों की रिपोर्ट पैंडिंग है। यानि 2675 लोगों की पूरी तरह जांच अब तक हो पाई है। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। क्योंकि मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार डॉक्टर, नर्स व स्वास्थ्यकर्मियों के लिए न पर्सनल प्रोटेक्शन ईक्विपमेंट हैं, न एन-95 मास्क हैं, न बॉडी कवरआॅल, न ग्लव्स और गॉगल्स। फरीदाबाद में इन सब चीजों की कमी के चलते डॉक्टरों द्वारा सांकेतिक हड़ताल जारी है।

पड़ोसी राज्य दिल्ली में रोजाना 150 से 200 टैस्ट

वहीं पड़ोसी राज्य दिल्ली में कोरोना को लेकर आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार कोरोना को लेकर पूरी सख्ती बरते हुए है और मैडिकल फैसिलिटी में भी हरियाणा से आगे है। दिल्ली में अब तक 11709 लोगों के कोरोना वायरस टैस्ट हो चुके हैं। जिससे करीबन 165 के करीब का आंकड़ा रोजाना का बनता है। वहीं दिल्ली में कुल 2569 लोग सरकारी इमारतों में क्वारंटाइन किए गए हैं जबकि 25454 लोग घरों में क्वारंटाइन किए गए हैं।

ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करवा रही सरकार!

मिली जानकारी के अनुसार कोरोना की रोकथाम के लिए प्रदेश के 85 शहरों व लगभग 7,500 गांव में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा चिन्हित ‘सोडियम हाईपोक्लोराईट’ दवाई का कहीं भी छिड़काव तक नहीं किया गया। जबकि सरकार द्वारा केवल ब्लीचिंग पाऊडर छिड़काव के लिए उपलब्ध करवाया गया, जो न तो रिकमेंडेड है और न ही कोरोना के खिलाफ इस्तेमाल किया जाता।

पीपीई किट की मांग को लेकर सांकेतिक हड़ताल पर डॉक्टर

सरकार के दावे बेशक कुछ भी कहते रहें लेकिन कोरोना को लेकर फ्रंट लाइन पर लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों को अब पीपीई किट तक मुहैया नहीं हो पाई हैं। फरीदाबाद में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर तो पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की मांग करते हुए सांकेतिक हड़ताल भी कर रहे हैं। हालांकि, वे हड़ताल के बावजूद इलाज कर रहे हैं। ईएसआईसी हॉस्पिटल में कोविड-19 के रोगियों का इलाज हो रहा है। खबरों के अनुसार यहां के 550 में से 150 बेड आइसोलेशन वार्ड में इस्तेमाल हो रहे हैं। इस वार्ड में कोरोना से संक्रमित लोगों को रखा जा रहा है।

वहीं, 50 डॉक्टरों की टीम और स्टाफ काली पट्टी बांधकर रोगियों का इलाज कर रही है। एक डॉक्टर ने कहा, ‘हम डॉक्टर इलाज की पहली सीढ़ी हैं। रोगियों से हम ही मिलते हैं, लेकिन हमें कहा गया है कि सिर्फ उन्हीं डॉक्टरों को पीपीई किट और एन-95 मास्क दिया जाएगा, जो कोरोना पॉजिटिव रोगियों का इलाज कर रहे हैं। यह रवैया सही नहीं है। सभी डॉक्टरों को किट और एन-95 मास्क दिया जाना चाहिए। आखिर कोई नहीं जानता कि कौन सा संदिग्ध मरीज कोरोना पॉजिटिव निकल जाए।’

खट्टर-चौटाला की दशा-दिशा भ्रम से ग्रस्त : सुरजेवाला

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा-जजपा सरकार पर आरोप लगाया कि इस सरकार ने पूरे प्रदेश को शर्मसार करते हुए यह साबित किया है कि खट्टर-चौटाला की जोड़ी दशा व दिशा भ्रम से ग्रस्त है। लगता है कि कोरोना से जंग लड़ने की बजाय मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री की जोड़ी शराब की फैक्ट्रियां चलवाने, होलसेल व रिटेल के शराब के ठेके खुलवाने तथा शराब बिकवाने को ही जनसेवा का रास्ता मान बैठे हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि पहले खट्टर-चौटाला सरकार ने 1000 रु. के लाईसेंस में घर-घर शराब ठेके खुलवाने की आबकारी नीति बनाई। इसके बाद लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में शराब ठेके खुले रखे। फिर शराब ठेके बंद होने के बावजूद दोगुने-तिगुने दामों में शराब की होम डिलीवरी की छूट पर आंख मूंद ली और यह कालाबाजारी आज भी जारी है। अब खट्टर -चौटाला सरकार की पूरी ताकत शराब की फैक्ट्रियां चलवाने, होलसेल व रिटेल ठेके खुलवाने तथा शराब बिकवाने में लगी है।

 

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