पवित्र श्री गुरुग्रंथ साहिब जी बेअदबी मामला : पूज्य गुरु जी व डेरा श्रद्धालुओं पर आरोप पूरी तरह निराधार : डेरा प्रबंधकीय समिति

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सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। पवित्र श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की बेअदबी मामले में डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधकीय समिति ने ब्यान जारी कर कहा है कि डेरा सच्चा सौदा एक सर्वधर्म संगम संस्था है। डेरा सच्चा सौदा में सन् 1948 से ही सभी धर्मों का आदर सत्कार किया जाता है। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां हमेशा से ही सभी धर्मों का आदर सत्कार करते हैं। पूज्य गुरु जी का नाम ही सर्वधर्म संगम का प्रतीक है। डेरे के लॉकेट में भी सभी धर्मों के पावन चिन्ह हैं, जिन्हें पूज्य गुरु जी व डेरे का हर एक श्रद्धालु सत्कार के साथ दिल से लगाकर रखता है। पूज्य गुरु जी हमेशा ही साध-संगत को सभी धर्मों की पावन शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने का संदेश देते हैं। ऐसे में पावन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी करना तो दूर, ऐसा सोचना भी पूज्य गुरु जी पाप मानते हैं।
 सन् 2015 में जब पावन श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई तो पूज्य गुरु जी ने इस पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए इसकी कड़ी निंदा की थी, जिसे मीडिया ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया था। सीबीआई की जांच में भी इस मामले में डेरा व डेरा प्रेमी निर्दोष साबित हुए थे। सीबीआई ने पाँच साल जांच की, ब्रेन मैपिंग, फिंगर प्रिंट, लाई डिटेक्टर टेस्ट इत्यादि सभी वैज्ञानिक जांच भी की थी, जिसमें लेशमात्र भी डेरा श्रद्धालुओं के खिलाफ नहीं मिला। सीबीआई ने इस मामले में डेरा व डेरा श्रद्धालुओं को क्लीन चिट दी थी, बावजूद इसके पंजाब पुलिस बेअदबी के इस मामले में अब पूज्य गुरु जी व डेरा श्रद्धालुओं को फंसाना चाहती है।
  पूज्य गुरु जी का इस मामले में कोई लेना-देना नहीं है और उनको इस मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है। हमारा केन्द्र सरकार, राज्य सरकार व प्रशासन से अनुरोध है कि पूज्य गुरु जी व अन्य डेरा प्रेमियों के नाम इस एफआईआर से हटाए जाएं और इसकी निष्पक्ष जांच करके बेअदबी के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

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