पेयजल से परेशान महिला शक्ति का टूटा सब्र, धड़ाधड़ फोड़े मटके

Pardarsan

जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ बीरबल नगर और विश्वकर्मा कॉलोनी लोगों में भारी गुस्सा

  • कुर्सी पर किया कब्जा तो दफ्तर छोड़ भागे एसडीओ

  • समस्या हल न होने पर दी परिवारों सहित रोड़ जाम की चेतावनी

सच कहूँ/बिन्टू सिंह नरवाना। लंबे समय से पेयजल समस्या को लेकर परेशान शहर की बीरबल नगर व विश्वकर्मा कॉलोनी के लोगों का सब्र वीरवार को जवाब दे गया। गुस्साए लोगों और महिलाओं ने जन स्वास्थय विभाग में मटका फोड़ प्रदर्शन किया और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया। इस दौरान लोगों ने कई घंटों तक एक्सईन कार्यालय के बाहर दरी बिछाकर धरना दिया। काफी देर तक जब अधिकारियों ने सुध नहीं ली तो महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा और एसडीओ के साथ तनातनी होने पर एक महिला ने एसडीओ की कुर्सी पर कब्जा कर लिया। जिसको देखते हुए एसडीओ दफ्तर छोड़ तक बाहर भाग गए।

सूचना मिलते ही शहर थाना प्रभारी धर्मबीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने कहा कि जब तक अधिकारी उनकी समस्या का समाधान नहीं करते वह एक्सईन कार्यालय में धरना जारी रखेंगे। इस दौरान लोगों ने नैशनल हाईवे जाम करने की भी चेतावनी दी। इस दौरान प्रधान कैलाश सिंगला, नप उपप्रधान राजू प्रजापत, विनोद मंगला ने भी परेशान लोगों को साथ दिया।

गर्मी में पानी न मिलने से बढ़ी परेशानी

गुस्साई महिलाओं ने कहा कि गर्मी में पानी की ज्यादा जरूरत होती है, लेकिन पिछले कई दिनों पीने का पानी नहीं आ रहा। कई बार जनस्वास्थ्य विभाग, एसडीएम, एक्सईन व एसडीओ को शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन अधिकारियों को आमजन की समस्या से कोई सरोकार नहीं है। अगर कभी भूलकर पानी आ भी जाए तो इतना गंदा होता है, जिसे घरेलू कार्यों में प्रयोग नहीं कर सकते।

तीन दिन का दिया अल्टीमेटम

कई घंटों तक अधिकारियों के साथ तनातनी के बाद एसएचओ धर्मबीर ने लोगों को शांत करवाया और एसडीओ सतीश को लोगों के सामने बुलाकर जल्द समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। इस पर कॉलोनी के लोगों ने तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है, अगर समस्या का समाधान नहंी हुआ तो परिवार सहित रोड़ जाम किया जाएगा।

अधिकारियों की लापरवाही से जनता परेशान : कैलाश सिंगला

पूर्व प्रधान कैलाश सिंगला ने कहा कि सरकार द्वारा नारा दिया जाता है कि जल ही जीवन है, लेकिन तेज तपस भरी गर्मी के बाद भी अधिकारियों की लापरवाही के चलते पीने को जल ही न मिले तो जीवन कैसे सुरक्षित रहेगा। बीरबल नगर, शास्त्री नगर व विश्वकर्मा कॉलोनी में नहाने, कपडेÞ धोने तो दूर की बात पीने के लिए पानी की एक बूंद भी नहीं आती। सिंगला ने कहा कि 6 माह से जनता परेशान है।

एसडीओ की कुर्सी पर बैठी महिला

काफी देर तक एक्सईन कार्यालय के बाहर लोगों का धरना जारी रहा, लेकिन किसी अधिकारी ने कोई सुध नहीं ली। महिलाओं का गुस्सा फूट गया और कई महिलाएं एसडीओ सतीश कुमार के कार्यालय में पहुंच गई और काफी देर तक एसडीओ व महिलाओं के बीच तनातनी बनी रही। इस दौरान एसडीओ सतीश कुमार कुर्सी से खड़े हुए तो एक महिला ने कुर्सी पर कब्जा कर लिया और काफी देर तक बैठी रही। पुलिस प्रशासन ने समझा बुझाकर महिला को कुर्सी से उठाया। महिलाओं ने कहा कि अगर आमजन की समस्या का समाधान नहीं कर सकते तो ऐसे अधिकारियों को कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है।

क्या कहते हैं अधिकारी

समस्या को लेकर अधिकारी मौके पर गए थे और लगातार समस्या को दूर करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन पानी की बर्बादी हो रही है और जिसके कारण कुछ एरिये में पानी की दिक्कत है। मौके पर जाकर लोगों की समस्या को दूर किया जाएगा और पानी की सप्लाई सुचारू रूप से शुरू की जाएगी।
-सतीश कुमार, एसडीओ

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