Khichdi Scam: मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 6.37 करोड़ रुपये के खिचड़ी घोटालेह् में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर और अन्य छह लोगों के खिलाफ नई प्राथमिकी दर्ज की है। प्रवर्तन निदेशालय ने जंबो कोविड सेंटर घोटाले में पाटकर को गिरफ्तार किया था और वह न्यायिक हिरासत में हैं। ईओडब्ल्यू ने पाटकर को पिछले महीने हिरासत में लिया था। प्राथमिकी में बताया गया कि ईओडब्ल्यू ने पाया कि बीएमसी ने कोविड-19 महामारी के दौरान प्रवासियों को ‘खिचड़ी’ बांटने का ठेका देने में वित्तीय अनियमितताएं कीं थी।
क्या है मामला | Khichdi Scam
एक अधिकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू ने पाया कि जिन ठेकेदारों को खिचड़ी बनाने का काम दिया गया था, उन्होंने इस काम को दूसरों को सौंप दिया था। प्राथमिकी में दावा किया गया है कि बीएमसी अधिकारियों ने पसंदीदा पार्टियों को ठेका देने के लिए रिश्वत ली थी। वैष्णवी किचन/सह्याद्री जलपान और सुनील उर्फ बाला कदम को खिचड़ी बनाने का ठेका दिया गया था, लेकिन उनके पास पांच हजार से ज्यादा लोगों के लिए खिचड़ी बनाने के लिए रसोई उपलब्ध नहीं थी।
प्राथमिकी में कहा गया है कि बीएमसी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि ठेका किसी धर्मार्थ संगठन या सामुदायिक रसोई वाले गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) को दिया जाना चाहिए जो पांच हजार से ज्यादा लोगों के लिए भोजन बना सके और जिसके लिए नगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग का प्रमाण पत्र था। उन्होंने बताया कि आगे की जांच चल रही है।