अवैध कॉलोनियों से सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना!

Lack of millions of crores from illegal colonies to government treasury!

जन आवाज सोसायटी ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

  • अधीक्षक अभियंता को सौंपा ज्ञापन

पानीपत (सन्नी कथूरिया/सच कहूँ)। अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध कॉलोनी विकसित करवा सरकार को करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाते हुए जन आवाज सोसायटी ने वीरवार को नगर निगम आयुक्त की अनुपस्थिति में अधीक्षण अभियंता रमेश कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए मामले की जांच की मांग की। इस अवसर पर रणजीत भोला अमित श्रीवास्तव, सरदार कंवलजीत सिंह, प्रदीप भराड़ा, सोनू कपूर, मनीष स्वामी, अजय राणा, राजेश जांगड़ा, शमशेर बाल्मीकि, सुरेंद्र बाल्मीकि आदि मौजूद थे। हालांकि नगर निगम अधिकारियों ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

जन आवाज सोसायटी के प्रधान एवं पूर्व जिला पार्षद जोगेंद्र स्वामी ने बताया कि गोहाना रोड पर आरजी विलेज के नाम से काटी जा रही अवैध कॉलोनी में पहले जी.जी. स्पिनिंग मिल हुआ करती थी। जिसमें नक्शा व सीएलयू के नाम पर सरकार को 8 करोड़ 85 लाख 6 हजार 480 रुपए का नुकसान पहुंचाया माना गया था और उसमें नगर निगम के तीन चार अधिकारियों को चार्ज शीट किया गया था। लेकिन इसके कुछ समय बाद भी फैक्ट्री मालिक राजीव गर्ग ने फैक्ट्री को तोड़कर उसमें आर.जी. विलेज के नाम से अवैध कॉलोनी काटनी शुरू कर दी, जिसको लेकर नगर निगम द्वारा राजीव गर्ग को कई बार 2014 से 15 तक शो कॉज नोटिस भी जारी किए गए। लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के चलते वहां पर कभी भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

  • करोड़ों के नुकसान की जगह पर दिए नो ड्यूज

उन्होंने बताया कि 18 एकड़ जमीन की नगर निगम अधिकारियों ने भू-मालिक से मिलीभगत करके 1000-1000 गज के नो ड्यूज सर्टिफिकेट तक जारी कर दिए गए, जबकि इस जगह पर निगम को करोड़ों रुपए का नुकसान माना गया था। लेकिन इस सबसे बेखौफ होकर निगम अधिकारियों ने बड़ी संख्या में नो ड्यूज सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए, जोकि एक अपराध है।

इस मामले की जांच करने के बजाय मामले को पूरी तरह से दबा दिया गया, जिन नो ड्यूज के कारण तहसील कार्यालय द्वारा 18 एकड़ कृषि भूमि की 1000-1000 गज जमीन की राजीव गर्ग स्वयं व उनके रिश्तेदारों के नाम कृषि भूमि की गिफ्ट डीड करके सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व चूना लगाया गया। उन्होंने बताया कि निगम अधिकारियों ने इस अवैध कॉलोनी में 200 -200 गज के मकानों के नक्शे स्वीकृत कर खुद पर सवाल उठाने को मजबूर कर दिया। इसमें अंदेशा है कि नगर निगम के अधिकारियों ने सरकार को लगभग 40 से 50 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया है।

  • आरोपियों पर कार्रवाई की मांग

जन आवाज सोसायटी के सदस्यों ने मांग की है कि इस मामले में शामिल राजीव गर्ग, उनके परिवार के सदस्य एवं रिश्तेदार और इस षड्यंत्र में शामिल नगर निगम के उन सभी अधिकारियों पर अपराधिक मामला दर्ज किया जाए और सरकार के साथ किए गए इस घोटाले की रिकवरी इन तमाम लोगों से करके अवैध कॉलोनी को तत्काल प्रभाव से ध्वस्त करने के आदेश दिए जाएं।

  • कृषि भूमियों पर 99% कॉलोनियां अवैध

स्वामी ने कहा कि पानीपत में 1000 गज से लेकर के 3000 गज तक की कृषि भूमि में हो रही रजिस्ट्रीयों की अगर जांच की जाए तो उसमें 99% में अवैध कॉलोनियां या बड़ी-बड़ी अवैध फैक्ट्रियां विकसित करके सरकार को हजारों करोड़ रुपए का चूना लगाया गया है। इसकी सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए।

  • यहां कट रही अवैध कॉलोनियां

उन्होंने कहा कि वार्ड 24 नहर के साथ, वार्ड 13 पूर्व सरपंच इंद्र के डेरे के साथ, कूटानी रोड पहलवान चौक राकेश चुघ की फैक्ट्री के साथ, रिसालू रोड, भैंसवाल रोड, जाटल रोड नहर के साथ काटी जा रही अवैध कॉलोनियों की बार-बार नगर निगम को शिकायत दी जाती रही है। लेकिन भवन निरीक्षक और उनकी सहयोगी टीम इन अवैध कॉलोनियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने मांग की है कि नगर निगम सीमा में कट रही अवैध कॉलोनियों को तत्काल प्रभाव से ध्वस्त किया जाए।

 

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