शरीरदानियों की सूची में शामिल हुआ माता प्यारी देवी इन्सां का भी नाम

Medical research sachkahoon

प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल बंथरा सेंटर लखनऊ (उत्तर प्रदेश) को दान की पार्थिव देह

सच कहूँ/वर्मा, कैथल। इंसानियत को बुलंद किए डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी हमेशा ही मानवता भलाई के कार्यों में निरंतर आगे रहते हैं। बल्कि मरणोपरांत भी नेत्रदान व शरीरदान कर समाज में एक नई मिसाल पेश करते हैं। इन्ही कार्यों में शामिल ‘अमर सेवा’ मुहिम के तहत शुक्रवार को ब्लॉक हरिगढ़ किंगण जिला कैथल निवासी 90 वर्षीय प्यारी देवी इन्सां की पार्थिव देह मेडिकल रिसर्च (Medical Research) के लिए दान की गई।

माता प्यारी देवी इन्सां का पूरा परिवार 45 वर्षों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। वहीं प्यारी देवी इन्सां ने पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज से सन् 1974 में नाम की अनमोल दात प्राप्त की थी। उन्होंने जीते जी पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए शरीरदान करने का लिखित प्रण किया हुआ था। उनके मरणोपरांत पारिवारिक सदस्यों ने जिम्मेवारों से संपर्क कर सचखंडवासी की अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए उनकी मृत देह प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड हॉस्पीटल बंथरा सेंटर लखनऊ उत्तर प्रदेश को दान (Medical Research) की।

अंतिम यात्रा के दौरान अमरजीत इन्सां, कृष्ण कुमार इन्सां, गुरदीप इन्सां, चरणजीत सिंह, जसपाल व 45 मैंबर राजेंद्र इन्सां, 45 मैंबर सतीश इन्सां, 45 मैंबर राजेश इन्सां और 45 मैंबर बहन रेनु इन्सां के साथ-साथ शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के मैंबर, बीजेपी पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर भी मौजूद रहे।

पुत्रवधुओं व बेटी ने दिया कंधा

अंतिम विदाई के समय बेटा-बेटी एक समान मुहिम को आगे बढ़ाते हुए उनकी पुत्रवधुओं बाला देवी इन्सां, लक्ष्मी देवी इन्सां, सुनीता इन्सां, पुष्पा इन्सां, सिंद्र कौर इन्सां, बेटी जेसमरो देवी इन्सां और दोहती संतोष देवी इन्सां ने अर्थी को कंधा देकर समाज में व्यापक बेटा-बेटी के भेदभाव को समाप्त करने का सशक्त संदेश दिया। इसके बाद 45 मैबर राजेंद्र इन्सां, परिजनों व समस्त साध-संगत ने मृत देह को फूलों से सजी एंबुलेंस में रवाना किया।

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