मनी लॉन्ड्रिंग केस: इस्तीफा नहीं देंगे तेजस्वी

महागठबंधन चलाने की जिम्मेदारी सबकी है

पटना: बेनामी संपत्ति मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर केस दर्ज होने के बाद बीजेपी उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। इस बीच आज नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

इसमें लालू परिवार पर सीबीआई छापों और तेजस्वी के इस्तीफ का मुद्दा उठ सकता है। इस मीटिंग से पहले आरजेडी ने कहा कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे। जेडीयू स्पोक्सपर्सन अजय आलोक ने बुधवार को कहा कि एफआईआर दर्ज होने के बाद कोर्ट और जनता दोनों को जवाब देना होता है और महागठबंधन चलाने की जिम्मेदारी सबकी है।

बता दें कि मंगलवार को जेडीयू ने तेजस्वी का नाम लिए बगैर कहा था कि जिन पर आरोप लगे हैं, वो जनता दो जवाब दें।

ईडी ने 8 जुलाई को छापा मारा था

वहीं सूत्रों ने बताया कि शैलेश से मेसर्स मिशैल प्रिंटर्स एंड पैकर्स प्राईवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी और दूसरे वित्तीय मामले में उनकी भूमिका और ईडी की गिरफ्त में आए एक सीए से उनके संबंधों के बारे में पूछताछ की जाएगी।

ईडी ने इस मामले में 8 जुलाई को मीसा और उनके पति शैलेश कुमार के दिल्ली स्थित तीन फॉर्म हाउसों और कंपनी की तलाशी ली थी। भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच के तहत सीबीआई ने आरजेडी प्रमुख लालू और उनके परिवार के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसके एक दिन के बाद ईडी ने 8 जुलाई को छापा मारा था।

भ्रष्टाचार पर क्या?

जेडीयू नेता संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी छवि और भ्रष्टाचार की समस्या से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे नेता की पूंजी उनकी छवि है।

मीटिंग में नीतीश कुमार को कोई भी राजनीतिक फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया। बैठक में नीतीश ने एक घंटे तक पार्टी के नेताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजनीति में शुचिता और नैतिकता बड़ी चीज है।

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