सतगुरु की बनाई खलकत से प्यार करना ही है डेरा सच्चा सौदा

 हजारों लोगों ने लिया नशा मुक्ति का संकल्प

 125 लोगों को एक माह का राशन एवं 625 विद्यार्थियों को गर्म वस्त्र वितरित

श्रीगंगानगर । डेरा सच्चा सौदा की स्थानीय शाखा मौजपुर धाम बुधरवाली में पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के पावन जन्मोत्सव के पावन भंडारे के दौरान आज हजारों लोगों ने नशा मुक्ति का संकल्प लिया। भंडारे में उपस्थित डेरा सच्चा सौदा के साध संगत व आमजन ने हाथ उठाकर स्वयं नशामुक्त जीवन जीने व अपने मोहल्ले को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया। पावन भंडारे के दौरान दर्जनों पंचायतों के सरपंच उपस्थित रहे।

पावन भंडारे के दौरान ही अपने क्षेत्र के सैकड़ों नशाग्रस्त जीवन जीने वाले लोगों को लेकर गणमान्य पहुंचे और चिकित्सकों से रूबरू करवा नशा मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। सेवादार वेदप्रकाश रहेजा इन्सां ने बताया कि पावन भंडारे पर मानवता भलाई कार्य के तहत 125 जरूरतमंद परिवारों को एक माह का राशन व 625 विद्यार्थियों को गर्म जर्सियों का वितरण किया गया। पावन भंडारे का डेरा सच्चा सौदा की वेबसाइट पर लाईव प्रसारण किया गया।

बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर सुनाए गए पूज्य गुरु जी के वचन 

डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनों का प्रसारण पंडाल में लगी बड़ी-बड़ी स्क्रीनों के माध्यम से किया गया। पूज्य गुरु जी ने फऱमाया कि डेरा सच्चा सौदा में सतगुरु की बनाई खलकत से प्रेम-प्यार करने व उनकी हरसम्भव सहायता करने की शिक्षा दी जाती है। डेरा सच्चा सौदा में कभी भी किसी को बुराई की तरफ प्रेरित करने की शिक्षा नहीं दी जाती और ना ही दी जाएगी।

डेरा सच्चा सौदा में तो हमेशा परोपकार की ही बात की जाती है। सेवादार अपने मुर्शीदे कामिल के पावन वचनों पर चलते हुए आमजन के आगे हाथ जोडक़र नशा छोडऩे की अपील करते हैं। सेवादारों का दिन-रात एक ही मकसद होता है कि किसी जरूरतमंद के काम आ सकें। सेवादार यह नहीं देखते कि कौन क्या बोल रहा है। इन सबसे परे इनका रास्ता तो प्रेम-मोहब्बत व नेक राह पर चलने का ही है। सेवादार इंसानियत के मार्ग पर चलते हुए हर जन का सहयोग कर रहे हैं।

खून दान कर रहे हैं। अपनी देह रिसर्च के लिए दान कर रहे हैं। इतना ही नहीं जीते जी अपना गुर्दा दान करने का प्रण हजारों सेवादारों ने कर रखा है। सेवादार घर-घर जाकर नशे से जुड़े लोगों को नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करते हैं। सेवा कार्य में सेवादारों का जोश देखते ही बनता है, जिसका जीता-जागता प्रमाण सैकड़ों सेवादार हैं, जो जीते जी अपनी एक आंख देने को तैयार हैं। आज सगे-संबंधी व रिश्तेदार भी गुर्दा खराब होने पर कन्नी कतराते नजर आते हैं, पर डेरा सच्चा सौदा के दर्जनों सेवादारों ने अनजान लोगों के लिए पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत अपने गुर्दे डोनेट किए हैं।

पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि कलयुग के इस दौर में सेवादारों का यह कार्य किसी अजूबे से कम नहीं है। पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि दुनियादारी के लोग पूछते हैं कि सेवादारों तो इससे क्या मिलता है तो हम कहना चाहते हैं कि सेवादारों को सतगुरु की रहमतें व दया मेहर की बरसात मिलती है, जिससे इनके घरों में समुंदरों के समुंदर खुशियां चलकर आती हैं। अगर दुनियादारी की तरफ देखें तो इनका कमाया दस परसेंट सौ परसेंट का काम करता है।

गुरुजी ने फरमाया कि जब तक उनके शरीर में खून की एक बूंद भी है, उतना समय सृष्टि की भलाई के लिए सेवा करना ही एकमात्र मकसद है। हम भला करते थे और करते रहेंगे। समाज हमारा है और हमारा ही रहेगा। डेरा सच्चा सौदा का एकमात्र मकसद समाज को साफ-सुथरा बनाना है, ताकि हर कोई इंसानियत की भलाई के लिए जिए और निस्वार्थ एक-दूसरे की सहायता करे। पावन वचनों के अंत में साध-संगत को हमेशा दीनता-नम्रता से रहने व अहंकार नहीं करने का प्रण दिलवाया गया।

नशे के विरूद्ध ‘जागो दुनियां के लोगों भजन…’ सुनाया गया :-

इस मौके पर नशे के विरूद्ध पूज्य गुरुजी संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां द्वारा गाये गये भजन ‘जागो दुनियां के लोगों…’ बड़ी-बड़ी स्क्रीनों पर सुनाया गया, जिससे प्रेरित होकर श्रद्धालुओं ने नशा मुक्ति मुहिम ‘डेप्थ’ में पूर्ण सहयोग देने का विश्वास दिलाया।

लाजवाब थी व्यवस्थाएं :-

डेरा सच्चा सौदा मौजपुर धाम बुधरवाली में आई साध-संगत की सार-सम्भाल के लिए सेवादारों की विभिन्न समितियों की तैनाती की गई थी। इन समितियों के सेवादारों ने साध-संगत की सुख-सुविधा को ध्यान में रखते हुए लाजवाब व्यवस्थाएं की। ट्रैफिक सेवादारों ने साध-संगत के वाहनों को लाईनों में लगाया एवं उनके बाहर निकलने की खुबसूरत व्यवस्था की। वहीं, पंडाल समिति के सेवादारों ने साध-संगत के बैठने की शानदार व्यवस्था की तथा लंगर समिति के सेवादारों ने कुछ ही मिनटों में हजारों की संगत को लंगर खिला दिया। इस दौरान स्पीकर समिति के सेवादारों ने पूरे सत्संग पंडाल में प्रसारण यंत्रों के माध्यम से सत्संग का प्रसारण किया। पानी समिति के सेवादारों ने साध-संगत को गरम पानी पिलाया गया। इसके साथ-साथ मास्क भी वितरित किए गए।

खुबसूरती से सजाया गया था सत्संग पंडाल :-

परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के पावन पावन भंडारे को लेकर आश्रम में खुबसूरत साज-सज्जा की गई थी, जिसे देखकर हर कोई मोहित नजर आया व शाही स्टेज के समक्ष झुक कर अपनी मनोकामना मांगते नजर आए।

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