पीओ स्टाफ को मिली बड़ी सफलता, 12 साल से भगोडे आरोपी को किया काबू

Dhamtan Sahib News

आरोपी के खिलाफ करीब 17 मामले हैं दर्ज

  • 12 साल पहले आरोपी से 24 किलो 800 ग्राम चरस मिली थी, पुलिस को चकमा देकर मौके से भाग गया था आरोपी

धमतान साहिब (सचकहूँ/कुलदीप नैन)। पुलिस अधीक्षक जीन्द सुमित कुमार द्वारा उद्घोषित उपराधियों व बेल जम्परों को पकडने के लिए चलाए गये विशेष अभियान (Dhamtan Sahib News) के दौरान जिले के पीओ स्टाफ एक बडी कामयाबी हासिल हुई है उन्होने एक ऐसे अपराधी को पकडा है जिसके कब्जे से 24 किलो 800 ग्राम चरस बरामद हुई थी और जो पुलिस को चकमा देकर मौके से भाग गया था और करीब 12 साल से उद्घोषित अपराधी घोषित किया हुआ था। पकडे गये आरोपी की पहचान राजेन्द्र उर्फ अनील उर्फ मोपल वासी लितानी के रूप में हुई है।

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उप-पुलिस अधीक्षक जीन्द जितेन्द्र सिहं ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के पीओ स्टाफ ने एक ऐसे आरोपी को काबू किया है जो पीछले 12 साल से पुलिस की नजरों से छिप रहा था। आरोपी पर हिसार, फतेहबाद व जीन्द जिले में करीब 17 मामले दर्ज हैं।

उन्होने बताया कि दिनंाक 12.05.2011 को अरोपी अनील उर्फ राजेन्द्र उर्फ मोपल अपने साथी विक्की उर्फ भोपा और शिशन वासी रेवर के साथ थाना गढी एरिया में 22 किलो 800 ग्राम चरस सहित पकडे गये थे लेकिन उस दौरान अनील उर्फ राजेन्द्र मौका से भाग गया था इसके बाद दिनांक 20.05.2011 को 8 दिन बाद ही आरोपी के बारे में सुचना मिली कि आरोपी राजेन्द्र उर्फ अनील एक मोटर साईकिल पर पिपलथा की तरफ से दनौदा चरस का सैम्पल दिखाने जाएगा जिस पर पुलिस ने धमतान सहिब में नाका लगा लिया जो पुलिस को सामने खडी देखकर भागने लगा भागते समय उसकी जेब से 160 ग्राम चरस गिर गई (Dhamtan Sahib News) जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर आरोपी के खिलाफ मादक पदा़र्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। तब से आरोपी लगातार फरार चल रहा था। आरोपी को थाना सदर नरवाना के एक चोरी के मामले में भी अदातल द्वारा भागोडा घोषित किया गया है।

पीओ स्टाफ ईन्चार्ज हरिकिशन की टीम एएसआई कृष्ण कुमार, एएसआई संजय, मुख्य सिपाही राजेश व अन्य सदस्यों की कडी मेहनत से आरोपी को काबू करने में सफलता मिली है।आरोपी को काबू करके थाना गढी के हवाले कर दिया है जिसे आज अदालत में पेश किया जाएगा। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह अलग-अलग स्थानों पर जाकर बाबा के भेष में धुना लगाता था और लोगो की धार्मिक भावनाओं का फायदा उठाकर उनसे मिले चंदे से पैसे कमाता था।