दात दिखाकर लोगों को लूटने वाले दो आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

पुलिस ने घटना के 36 घंटों बाद आरोपियों को बाइक सहित किया काबू

  • पुलिस ने घटना के 36 घंटों बाद आरोपियों को बाइक सहित किया काबू
  • डीजीपी द्वारा थाना प्रभारी सहित पूरी टीम को किया सम्मानित

लुधियाना। (सच कहूँ/जसवीर सिंह गहल) शेरपुरा रोड पर बाइक सवार बदमाशों द्वारा साइकिल सवार से मारपीट कर मोबाइल लूटने के मामले में पुलिस ने 36 घंटों के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मारपीट और लूट की वारदात की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची।

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एएसआई सुरजीत सिंह ने बताया कि ताजा घटना नानक नगर की गली नंबर 6 की है। (Ludhiana) दलविंदर सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस के दिए बयान में उसने बताया कि वह शेरपुर रोड स्थित स्वरुप मैकेनिकल वर्क्स के मेन गेट पर काम करता है। बीती 2 अप्रैल की सुबह करीब आठ बजे वो ड्यूटी पर आया, उसने फैक्ट्री के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की तो पाया कि सुबह 6.28 बजे फैक्ट्री के ठीक बाहर एक मोटरसाइकिल पर सवार दो बदमाशों ने साइकिल सवार युवक को जबरदस्ती रोक लिया।

दलविंदर सिंह ने शिकायत में बताया कि मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने प्रवासी मजदूर को बालों से पकड़ कर दांत से काटने की धमकी दी और उसका मोबाइल फोन लूट लिया। मजदूर ने अपना मोबाइल फोन बचाने के लिए दोनों बदमाशों के साथ संघर्ष किया तो उनमें से एक ने उस पर दांत से वार करके उसे घायल कर दिया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि आरोपियों से पुलिस को 11 मोबाइल एक दात, 5 हजार नकदी और वारदात में इस्तेमाल किया बाइक भी बरामद कर लिया है। (Ludhiana) आरोपियों की पहचान करन कुमार (32) और रविंदर सिंह रिंकू (30) के रूप में हुई है। करन पर थाना डिवीजन नंबर 3 में दो मामले दर्ज है। आरोपी करन कुमार ने हवालात से बाहर पूछताछ के लिए निकाला गया तो उसने भागने की कोशिश की। अचानक से वह थाना की दीवार फांदकर भागने लगा तो बाहर खड़े कर्मचारियों ने उसे दबोच लिया। इस दौरान करन की बाजू टूट गई। आरोपी को सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी बाजू का उपचार पुलिस ने करवाया।

कमिश्नर सिद्धू ने बताया कि साथ ही इतने कम समय में आरोपियों तक पहुंचने वाले एसएचओ नरदेव सिंह को इनाम के रूप में 11 हजार और डीजीपी कमोडेशन डिस्क ऐलान किया है। वहीं इस केस में काम कर रही टीम को 21 हजार नकदी और प्रशंसा पत्र दिए गए हैं।

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