अब टूटेगी नशों की कमर, पचायतें एकजुट

नशों के खिलाफ फतेह हासिल करने के लिए एकजुट हुए गांव फत्ता मालोका वासी, लगाया सेमिनार

  • डेरा श्रद्धालुओं ने दिया पंचायत को सहयोग का भरोसा

मानसा/सरदूलगढ़। (सच कहूँ/सुखजीत मान) नशों के कहर से किसी का घर न बर्बाद हो इसलिए हमनें नशे को जड़ से ही खत्म करना है। यह लक्ष्य तय कर जिला मानसा की सब डिवीजन सरदूलगढ़ के गांव फत्ता मालोका की पंचायत ने बुधवार को गांव के पंचायत घर में नशों के खिलाफ सेमिनार करवाया। सरपंच एडवोकेट गुरसेवक सिंह व समूह पंचायत के नेतृत्व में हुए इस सेमिनार में एसएसपी मानसा डॉ. नानक सिंह विशेष तौर पर पहुंचे।

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सेमिनार में पहुंचे बड़ी संख्या में ग्रामीणों, जिनमें डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु भी मौजूद थे, ने युवाओं को नशों से बचाने की इस मुहिम में डटकर साथ देने का भरोसा दिया। एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने कहा कि नशों का खात्मा तब ही हो सकता है जब हम अपने-अपने घरों को नशा मुक्त कर पूरे गांव को नशा मुक्त करेंगे। उन्होंने उपस्थितजनों को कहा कि आप अपने गांव में से नशे का मुकम्मल खात्मा कर दो ताकि गांव को सब डिवीजन सरदूलगढ़ को पहला नशा मुक्त गांव घोषित किया जा सके। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि आप अच्छी किस्मत वाले हो कि आपको इतना अच्छा सरपंच मिला है जो नशों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है क्योंकि बहुत कम ऐसे सरपंच होते हैं, जो नशों के खिलाफ डटकर मुकाबला करते हैं। एसएसपी ने कहा कि जो भी व्यक्ति नशा छोड़ना चाहता है, पुलिस उनका पूरा सहयोग करेगी।

ग्रामीण व डेरा श्रद्धालु सेवानिवृत्त सैनिक जवान जसवीर सिंह इन्सां ने कहा कि उन्हें पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा भी नशों के खात्मे की शिक्षाएं दे रहे हैं। गांव के सरपंच द्वारा शुरू की गई इस मुहिम में गांववासी होने के नाते व पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए वह पूरा योगदान देंगे। इस मौके एसएचओ थाना झुनीर गनेशवर कुमार, एएसआई विजय कुमार इंचार्ज सांझ केन्द्र झुनीर आदि सहित बड़ी संख्या में गांववासी व विद्यार्थी मौजूद थे। इस मौके सरपंच ने एसएसपी को भरोसा दिलाया कि समूह पंचायत व ग्रामीणों के सहयोग से पूरे गांव को 10-15 दिनों में ही नशा मुक्त गांव बनाया जाएगा। सरपंच ने एसएसपी का नशों के खिलाफ इस सेमिनार में पहुंचने पर धन्यवाद किया व समूह पंचायत द्वारा उनको सम्मानित किया गया। इस मौके विद्यार्थियों ने भी नशों के खात्मे के लिए अपने विचार रखे व कविताएं सुनाई।

सेमीनार में ग्रामीणों ने दिखाया भारी उत्साह

नशों के खिलाफ सेमिनार में ग्रामीण पूरे उत्साह के साथ पहुंचे। जब एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने गांव को पूरी तरह नशा मुक्त करने के लिए कहा तो सरपंच सहित पूरे गांववासियों ने दोनों हाथ खड़े कर गांव को नशा मुक्त बनाने में सहयोग देने का विश्वास दिलाया।

डीएसपी गोबिन्द्र सिंह ने अपने अब तक के पुलिस करियर दौरान नशों के कारण बर्बाद हुए घरों के उदाहरण देकर बताया कि किस तरह नशा हंसती-खेलती जिंदगी को तबाह कर देता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन युवाओं ने नशों को त्याग दिया है वह अब अपनी खुशहाल जिन्दगी व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने इस मौके पहुंचे लोगों को अपने बच्चों पर खास ध्यान रखने के लिए कहा ताकि बच्चों को बुरी संगती से बचाकर रखा जा सके। उन्होंने कहा कि भले ही जेलों को सुधार घर कहा जाता है लेकिन असल सुधार घर अभिभावक होते हैं। इसलिए वह अपने बच्चों का खास ख्याल रखकर उनको सुधार सकते हैं। उन्होंने गांव के नौकरी पेशा व एनआरआईज से अपील की कि गांव की बेहतरी के लिए युवाओं को खेलों के साथ जोड़ने में सहयोग दें।

गांव के सरपंच एडवोकेट गुरसेवक सिंह ने कहा कि हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारे वारिसोंं हरी सिंह नलूआ व अन्यों ने हमारे लिए बहुत सी लड़ाईयां लड़ी हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि धावक मिलखा सिंह को पूरी दुनिया जानती है लेकिन आज पंजाब खेलों में पिछड़ रहा है, जिसका मुख्य कारण नशा है, इसलिए हमें नशों का राह त्यागना चाहिए व युवाओं को खेलों के साथ जोड़ने के प्रयास करने चाहिए।

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