सांसों पर भारी पड़ रही लापरवाही

Abohar News
विद्यार्थियों ने माता-पिता तथा ग्रामीणों को पराली जलाने से रोकने के लिए किया जागरूक

पंजाब में 1 दिन में 4458 जगहों पर जली पराली, हरियाणा में 227 मामले

चंडीगढ़ (एजेंसी)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 434 दर्ज किया गया। हाल के दिनों में दम घोटते वायु प्रदूषण के बीच भी पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। पंजाब यूनिवर्सिटी और पीजीआई की इन्वायरमेंट स्वास्थ्य की टीम ने दावा किया है कि गत दिवस राज्य में साढ़े 4,400 से अधिक जगहों पर पराली जलाई गई। मिली जानकारी के अनुसार पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर सुमन मोर और पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर रविन्द्र खैवाल के आंकड़ों के मुताबिक पंजाब-हरियाणा में कल 4,685 जगह पराली जलाई गई। इसमें के पंजाब में 4,458 और हरियाणा में 227 जगह पराली जलाई गई। बताया गया कि अंबाला में पराली जलाने के मामलों में 80% तक गिरावट दर्ज की गई है।

सरकारी वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार बीते शुक्रवार को दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 36 प्रतिशत रहा, जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक उत्सर्जन है। ‘सफर’ के संस्थापक-परियोजना निदेशक गुफरान बेग का कहना है कि आतिशबाजी से हुए उत्सर्जन के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता का सूचकांक गंभीर श्रेणी के ऊपरी छोर तक पहुंचा।

 

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