नशों से हुई मौतों के बाद हरकत में आया बठिंडा प्रशासन

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डीसी ने अधिकारियों को लगाई फटकार, कहा, गांवों में नशे बेचने वाले मैडीकल स्टोर बंद करवाने के लिए उठाए जाएंगे सख्त कदम

बठिंडा(अशोक वर्मा)। मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा सख्ती के लिए फैसले व नशों को ले कर हो रही बदनामी और मौतों को देखते जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। डिप्टी कमिशनर व जिला पुलिस कप्तान ने आज मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का संदेश थानेदारों व सिविल प्रशासन के आधिकारियों को पहुंचा दिया है।

डिप्टी कमिशनर बठिंडा दीपरवा लाकरा व जिला पुलिस प्रमुख नवीन सिंगला आज नशों व चिट्टे के मामले पर अधिकारियों प्रति गर्म दिखे। आज की बैठक में डिप्टी कमिशनर ने अधिकारियों को डंडे का डरावा भी दिया व फटकार भी लगाई। डिप्टी कमिशनर ने अधिकारियों को मुस्तैद करने के लिए यहां तक कह दिया कि अगर नशों के मामलो में कोई ढील बरती जाती है तो फिर संबंधित अधिकारी नौकरी से बर्खास्त होने के लिए तैयार रहें।

उन्होंने पुलिस और सिविल प्रशासन के अधिकारियों को समय पास करना छोड़ कर कार्यालयों से बाहर निकलने की हिदायत दी। दोनों आधिकारियों ने आज विशेष बैठक कर फटकार लगाई है कि मुख्य मंत्री अब कोई बहाना नहीं सुनेंगे। एसएसपी ने थानेदारों को नशों के तस्करों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा और यह भी कहा कि वह नशों की बिक्री व ड्रग पैडलिंग करने वालों के साथ कोई लिहाज न करें।

भ्रष्टाचार को नहीं किया जाएगा बिल्कुल भी सहन

इस मौके एसएसपी ने थानेदारों को कहा कि गांवों में नशे बेचने वाले मैडीकल स्टोर बंद करवाने के लिए कदम उठाए जाएंगे उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा, इस लिए वह माया की झांक छोड़ दें। उन्होंने कहा कि राजस्थान व हरियाणा के साथ लगते सीमा क्षेत्रों में गश्त बढाई जाए, जिससे नशा तस्करों की हरकतों पर रोक लगाई जा सके।

डिप्टी कमिशनर ने पुलिस व सिविल प्रशासन के कर्मचारियों को आपसी तालमेल रखने की जरूरत पर जोर देते कहा कि इस के साथ नशों के कोढ़ का जल्द वअसरदार ढंग के साथ खात्मा किया जा सकता है।

ड्रग इंस्पेक्टरों व थाना प्रमुखों की गठित की गई है टीमें

ड्रग इंस्पेक्टरों व थाना प्रमुखों की टीमें बनाई गई हैं जो कि अपनी रोजमर्रा की कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट उनके कार्यालय में जमा करवाएंगी। उन्होंने आधिकारियों को सीमावर्त्ती क्षेत्रों में आते गांवों में विशेष चौकसी बरतने के लिए कहा। इसके साथ ही उन तस्करों पर खास नजर रखने के आदेश दिए जो से दिन ढलने के बाद हरियाणा या राजस्थान से ला कर नशा बठिंडा जिले में बेचते हैं।

उन्होंने समूह पुलिस अधिकारियों को हिदायत दी कि वह शाम 3 बजे के बाद अपने कार्यालयों में बैठने की बजाय गांवों का दौरा कर लोगों को नशों खिलाफ जागरूक करें। गौरतलब है कि बठिंडा जिले में अब तक नशों से तीन मौतें हो चुकी हैं। यह भी सामने आया है कि सीमावर्त्ती गांवों में स्थिति भयानक बनी हुई है।

नशों के खिलाफ जीरो टौलरैंस: डिप्टी कमिशनर

डिप्टी कमिशनर दिपारवा लाकड़ा ने कहा कि नशों के खिलाफ जीरो टौलरैंस नीति अपनाई जाऐगी। उन्होंने कहा कि नशों की तस्करी करने वाला चाहे कोई भी क्यों न हो किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्य थाना अधिकारियों को नशों के खिलाफ मुहिम में अधिक से अधिक उपस्थित रहने की हिदायत भी दी गई है।

खुशहाली के रक्षक व क्लब भी चौकस

खुशहाली के रक्षकों के तौर पर नियुक्त सेवानिवृत सैनिकों को भी आज नशों के मामलो में सरगर्मियां तेज करने के लिए कहा गया है। इस मौके जिले में 77 सेवानिवृत सैनिक खुशहाली के रक्षक के तौर पर काम कर रहे हैं। प्रशासन ने नेहरू युवा केंद्र व युवक सेवाओं विभाग द्वारा बनाए गए क्लबों के युवाओं को भी इस मुहिम में शामिल करने के निर्देश दिए गए। नेहरू युवा केंद्र जिले में 160 क्लब चला रहा है, जिन को भी नशों खिलाफ जागरूक करने संबंधी गतिविधियों का विवरण रिपोर्ट रोज जमा करवानी लाजिमी की गई है।

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