दिल्ली हिंसा में 48 लोगों की मौत हो गई थी (Tahir Hussain Arrested )
नई दिल्ली (एजेंसी)। उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा के दौरान खुफिया अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या और दंगा भड़काने जैसे आरोपों से घिरे आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता ताहिर हुसैन को क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। ताहिर ने यहां की राउज एवेन्यू अदालत में आत्मसमर्पण की याचिका दायर की थी लेकिन अतिरिक्त मुख्य सत्र न्यायाधीश विशाल पाहुजा ने याचिका पर सुनवाई से इंकार करते हुए इसे खारिज कर दिया था। राजधानी में हाल में हुई हिंसा के दौरान अंकित की हत्या कर दी गयी थी और उनके परिजनों ने ताहिर को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। क्राइम ब्रांच ने ताहिर को गिरफ्तार किया और पूछताछ के लिए अपने दफ्तर ले गयी।
- हिंसा के बाद से ताहिर की तलाश में जुटी एसआईटी ने दिल्ली-एनसीआर छापेमारी की थी
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 से अधिक स्थानों पर उसकी तलाश में छापेमारी की थी।
- शुरूआती जांच में यह भी सामने आई थी कि ताहिर ने 24 दिसंबर को हिंसा वाले दिन करीब 150 कॉल किए थे।
- जांच टीम यह पता लगाने में जुटी है कि यह कॉल उसने किसको की थी।
- ताहिर बार-बार कहता रहा है कि इस हत्या से उसका कोई लेना देना नहीं है
- उसे राजनीतिक रूप से फंसाया जा रहा है।
23 फरवरी से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में शुरू हुई झड़प ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था
उसने बताया कि हिंसा के दौरान वह खुद अपने घर में फंसा हुआ था और इस संबंध में पुलिस से बचाव की गुहार भी लगायी थी। नागरिकता संशोधन कानून के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच 23 फरवरी से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में शुरू हुई झड़प ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था और तीन दिनों तक हिंसा होती रही। इसमें 48 लोगों की मौत हो गई। उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी थी।
दंगा प्रभावित इलाकों में …
- जाफराबाद।
- मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार शामिल हैं।
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