सात माह के सुखमीत का पार्थिव शरीर मेडीकल रिसर्च के लिए दान

Medical Research sachkahoon

पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों और साध-संगत ने फूलों से सजी वैन में भावभीनी विदाई देकर किया रवाना

सच कहूँ/जसवीर सिंह गहल, महल कलां/बरनाला। डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनों पर चलते हुए आए दिन मानवता भलाई के कार्यों में मील पत्थर स्थापित कर रहे हैं, जो कि बेमिसाल हैं। ऐसी ही एक अद्वितीय मिसाल ब्लॉक महल कलां के गाँव सहौर के एक डेरा श्रद्धालु परिवार ने पेश की है, जिसने अपने सात महीने के बच्चे की मृत देह मैडीकल रिसर्च (Medical Research) के लिए दान की है।

ब्लॉक 15 मैंबर नाथ सिंह इन्सां ने बताया कि ब्लॉक महल कलां के ब्लॉक भंगीदास हजूरा सिंह इन्सां का दोहता और सुरजीत सिंह इन्सां का बेटा सुखमीत सिंह कुछ दिन पहले ही दिल की बीमारी कारण बीमार हो गया था, जिसे पहले बरनाला और फिर चण्डीगढ़ में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया। परन्तु हालत में सुधार न होने पर सुखमीत सिंह कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजा। परिवार ने इस दु:ख की घड़ी में भी मालिक के भाने को मानते हुए सुखमीत सिंह की मृत देह को मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया।

उन्होंने बताया कि सुखमीत सिंह की मृत देह को फूलों से सजी वैन के द्वारा शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के भाई-बहनों के नेतृत्व में ‘शरीरदानी सुखमीत सिंह, अमर रहे’ और ‘सच्चा सौदा की सोच पर, पहरा देंगे ठोक कर’ के नारों की गूँज में फूल की वर्षा कर नम आँखों से विदाई देकर रवाना किया गया। सुखमीत सिंह की मृत देह को पूर्व सरपंच हरबंस सिंह की ओर से हरी झंडी दिखाई गई, जो आदेश मैडीकल (Medical Research) कॉलेज और हस्पताल भुच्चो मंडी (बठिंडा) को दान की गई है।

इस इस मौके पर हजूरा सिंह इन्सां, सुरजीत सिंह इन्सां, हरदीप सिंह इन्सां, जसविन्दर सिंह इन्सां, बलविन्दर सिंह इन्सां, गुरचरन सिंह इन्सां, गुरमुक्ख सिंह इन्सां, अमृतपाल सिंह इन्सां, प्रीतम सिंह इन्सां, सिकन्दर सिंह इन्सां, बूटा सिंह इन्सां, भंगीदास करनैल सिंह, बलविन्दर सिंह इन्सां, हरबंस सिंह इन्सां, रहमत इन्सां, क्रम सिंह इन्सां, जगतार सिंह इन्सां, मेजर सिंह इन्सां, रिक्की इन्सां, गुरदेव सिंह इन्सां, गुरजिन्दर कौर इन्सां, मनदीप कौर इन्सां, मनप्रीत कौर इन्सां, सुखविन्दर कौर इन्सां और साध-संगत बड़ी संख्या में उपस्थित थी।

ब्लॉक के 48वें और गाँव के पहले शरीरदानी बने सुखमीत

बता दें कि सुरजीत सिंह इन्सां के पुत्र सुखमीत सिंह (उम्र सात महीने) ने ब्लॉक महल कलां के 48वें और गांव सहौर के पहले शरीरदानी होने का गौरव हासिल किया है, जिसकी मृत देह पर मेडिकल क्षेत्र के साथ जुड़े विद्यार्थी रिसर्च करेंगे।

यह प्रयास पूरी मानवता के लिए वरदान है : पूर्व सरपंच

पूर्व सरपंच जगदेव सिंह इन्सां बुर्ज क्लारा ने परिवार के उक्त प्रयासों की भरपूर प्रशंसा करते कहा कि डेरा श्रद्धालुओं का यह कदम पूरी मानवता के लिए वरदान है, क्योंकि आज के दौर में हर कोई मानवता हित की जगह निजी हितों को पहल देता है। परन्तु डेरा श्रद्धालु ऐसे दु:ख की घड़ी में भी मानवता हित को पहल देते हैं। उन्होंने बताया कि डेरा पे्रमी तो जीते-जी अपना गुर्दा तक भी दान करते हैं, जिसकी मिसाल कहीं भी नहीं मिलती।

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