ओढां अनाज मंडी में उठान न होने से खुली व्यवस्थाओं की पोल

Mandi

बरसात में भीगा हजारों क्विंटल गेहूं, 8 दिनों में उठे मात्र 34 हजार बैग

  • मुख्य प्रशासक के आदेशों को ठेंगा दिखा रही मार्केट कमेटी कालांवाली

सच कहूँ/राजू ओढां। गेहूं की खरीद होने के साथ ही विभाग व खरीद एजेंसियों द्वारा किए गए बेहतर प्रबंधों के दावों की ओढां की अनाज मंडी में हवा निकलकर रह गई है। उठान के इंतजार में जहां मंडी का विशाल शैड बैग से अटा पड़ा है तो वहीं किसान विश्राम गृह व मंडी के परिसर में भी गेहूं व बैग के ढेर लगे हुए हैं। सरकार द्वारा शनिवार व रविवार को 2 दिन गेहूं खरीद की वजाए उठान कार्य करने के आदेश जारी किए गए लेकिन फिर भी कोई समाधान दिखाई नहीं दे रहा।

करीब 72 हजार बैग उठान के इंतजार में

मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी न तो खरीद एजैंसियों ने और न ही विभागीय अधिकारियों ने उठान कार्य में रूचि दिखाई। परिणाम स्वरू प मंगलवार को हुई बरसात के चलते खुले में पड़ा हजारों क्विंटल गेहूं बरसात से भीग गया। मौजूदा स्थिति ये है कि मंडी में वाहन गुजारने तक की जगह नहीं बची है। हर तरफ गेंहू के ढेर व बैग पड़े हैं, लेकिन उठान कार्य कछुआ चाल को भी मात दे गया है। जिसके चलते किसानों व आढ़तियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ओढां में 12 अप्रैल से शुरू हुई खरीद के बाद खरीद एजैंसी हैफेड ने सोमवार सांय तक करीब 55 हजार क्विंटल की खरीद की है। लेकिन 8 दिनों के अंतराल में मात्र 34 हजार बैग का उठान हुआ हो पाया है जबकि करीब 72 हजार बैग उठान की बाट जोह रहे हैं।

उठान न होने की ही वजह है कि मंडी का विशाल शैड गेहूं से अटा पड़ा है।
परचेजर जगदीश कुमार ने बताया कि खरीद शुरू होने के बाद से सोमवार सांय तक खरीद एजैंसी ने करीब 55 हजार क्विंटल की खरीद की है। लेकिन उठान कार्य धीमा होने के चलते परेशानी हो रहा है।

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