विजिलेंस ब्यूरो ने आर्किटेक्ट को 60 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

Ludhiana News
सांकेतिक फोटो

जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार को रोकने के उद्देश्य से शुक्रवार को मैक्स एसोसिएट्स, रामा मंडी, जालंधर के मालिक आर्किटेक्ट राजविंदर सिंह को भूमि उपयोग परिवर्तन (सीएलयू) प्रमाणपत्र जारी करने के लिए नगर निगम जालंधर के संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से 60 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस मामले में एमसी जालंधर के बिल्डिंग इंस्पेक्टर के पद पर तैनात आर्किटेक्ट के एक साथी सुखविंदर शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। उनके एक अन्य सहयोगी, वरुण, एक ड्राफ्ट्समैन और एमसी जालंधर के भवन निरीक्षक (अतिरिक्त प्रभार) अभी भी फरार हैं, जिसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

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क्या है मामला

विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह खुलासा करते हुए बताया कि उक्त आरोपी आर्किटेक्ट को मास्टर तारा सिंह नगर, जालंधर निवासी तरुणवीर सिंह की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त शिकायतकर्ता ने विजिलेंस से संपर्क किया है और आरोप लगाया है कि उक्त आर्किटेक्ट ने नगर निगम के उक्त अधिकारियों की मिलीभगत से पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की है। ताकि ये अधिकारी सीएलयू जारी करने के लिए उसके दो भूखंडों की फाइलों को मंजूरी दे सकें क्योंकि वह उक्त भूखंड पर एक धर्मार्थ अस्पताल का निर्माण करना चाहता है।

60 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा

उन्होंने बताया कि आरोपी आर्किटेक्ट ने दोनों भवन निरीक्षक वरुण के लिए 50 हजार रुपये और सुखविंदर कुमार के लिए 15 हजार रुपये की अग्रिम राशि की मांग की है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वह उक्त आर्किटेक्ट को पहली किस्त के रूप में 5,000 रुपये की रिश्वत पहले ही दे चुका है। इस शिकायत का सत्यापन करने के बाद जालंधर यूनिट की विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी आर्किटेक्ट को उपरोक्त एमसी अधिकारियों के लिए दो आधिकारिक गवाहों की उपस्थिति में 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।

प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आर्किटेक्ट की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम ने एमसी जालंधर के बिल्डिंग इंस्पेक्टर सुखविंदर शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में फरार आरोपी वरुण की गिरफ्तारी के लिए टीमों को लगाया गया है। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत सभी आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस पुलिस जालंधर में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान सभी आरोपियों के आम लोगों से रिश्वत लेने के तौर-तरीकों की भी जांच की जाएगी।

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