गंदे पानी की निकासी बंद होने के विरोध में ग्रामीणों ने किया चक्का जाम

Abohar News
गंदे पानी की निकासी बंद होने के विरोध में ग्रामीणों ने किया चक्का जाम

सड़क जाम होने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाईनें लगी रही

अबोहर (सच कहूँ न्यूज)। कंधवाला रोड़ (Kandhwala Road) स्थित ग्राम पंचायत ढाणी विशेषरनाथ से गंदे पानी की निकासी बंद होने के विरोध में आज ग्रामीणों ने सड़क पर चक्का जाम किया। जिससे दोनों ओर से वाहनों की लंबी-लंबी लाईनें लगी रही। लेकिन बाद दोपहर 3 बजे तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर उनकी समस्या सुनने का प्रयास नहीं किया। जिससे ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ भारी रोष पाया गया। Abohar News

प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव ढाणी विशेषरनाथ के घरों से निकला हुआ गंदा पानी सरकारी खालों के माध्यम से जमींदारों के खेतों में जाता है। जिस पर जमींदारों ने खेतों को शुद्ध पानी की मांग को लेकर नहरी विभाग में केस दायर किया और केस जीतने के बाद विभाग ने भूमिगत पाईपें बिछाने का कार्य शुरु कर दिया। जिसका ढाणी विशेषरनाथ के ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। गत दिवस जब नहरी विभाग की टीम खाले के स्थान पर पाईपें बिछाने पहुंची तो बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। जिसका पता चलते ही उपमंडल मजिस्ट्रेट ने दो दिनों के लिए अस्थाई तौर पर पाईपें बिछाने का कार्य रोक दिया। Abohar News

इधर मामले का स्थाई हल न होने पर आज सुबह से ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने कंधवाला रोड़ पर चक्का जाम कर नारेबाजी की। उनका कहना था कि जब तक उनके घरों से निकले हुए गंदे पानी की विधिवत निकासी का प्रबंध नहीं हो जाता तब तक वे पाईपें नहीं बिछाने देंगे। धरनाकारियों के रोष को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर तैनात किया गया। लेकिन स्थिति गंभीर पर नियंत्रण में रही। इस मामले के बारे में मौजूदा विधायकों और हल्का इंचार्ज को भी सूचित किया गया लेकिन कोई भी राजनेता मौके पर नहीं पहुंचे। जिस पर ग्रामीणें का कहना था कि चुनावों के समय सभी पार्टियों के नेता गांव में आकर झूठा आश्वासन देते हैं कि हमारी सरकार आने पर हम गांव से गंदे पानी की निकासी का उचित प्रबंध करवाएंगे। लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया।

लोगों ने रोषित स्वर में कहा कि जब तक उनके गांव से गंदे पानी की निकासी का पूरा प्रबंध नहीं होता तब तक वे खाले में पाईपें नहीं बिछाने देंगे। उन्होंने कहा कि अगर मामले की शीघ्र ही सुनवाई नहीं हुई तो वे राष्टÑीय राजमार्ग जाम करने पर मजबूर होंगे। धरने के दौरान गांव के पूर्व सरपंच रुपेन्द्र सिंह, मौजूदा सरपंच रनवीर सिंह, पंंचायत मैम्बर सुनील कुमार, मुकेश कुमार, कृष्ण लाल, हेतराम आदि सहित सैकड़ों महिला पुरुष मौजूद थे।

एसडीएम के आश्वासन पर उठाया धरना | Abohar News

सांय करीब 4 बजे एसडीएम रविंद्र सिंह अरोड़ा धरना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों की समस्या सुनी। जिस पर उन्होंने आश्वासन दिया कि खाले में पाईप बिछाने के कार्य पर बंद करवा दिया है और जब तक वह आदेश नहीं देंगे यह कार्य शुरु नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गांव से गंदे पानी की निकासी का पूरा प्रबंध किया जाएगा। जिसके लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है। एसडीएम के आश्वासन पर सभी ग्रामीणों ने उनका धन्यवाद करते हुए धरना समाप्त कर दिया।

यह भी पढ़ें:– कोतवाली परिसर में खड़े वाहनों की प्रशासन ने कराई नीलामी