विटामिन ‘ए’ हमारे शरीर के हर अंगों के लिए जरूरी

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सेहत की बात हो और विटामिन का जिक्र न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। क्योंकि ये माइक्रो न्यूट्रीऐंट्स के रूप में जाने जाते हैं और इन की कमी से हम बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। जिस के लिए जरूरत है हमें अपने खानपान में इन विटामिन्स को शामिल करने की। विटामिन भोजन के वे अवयव होते हैं, जिन की सभी जीवों को थोड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। ये कार्बनिक यौगिक होते हैं। उस यौगिक को विटामिन कहा जाता है, जो शरीर द्वारा पर्याप्त मात्रा में स्वयं उत्पन्न नहीं किया जाता बल्कि खाने के माध्यम से उन विटामिन्स की प्राप्ति की जाती है।

विटामिन ए सेहत के लिए उतना ही जरूरी है जितना भोजन और पानी। क्योंकि विटामिन ए शरीर के सभी अंगों के लिए जरूरी होता है। विटामिन ए की कमी शरीर में न होने पाए इसके लिए विश्व के सभी देशों में बचपन में ही बच्चे को विटामिन ए की खुराक दी जाती है। विटामिन ए त्वचा की देखभाल से लेकर शरीर में खून बनाने तक में भूमिका निभाता है। अगर शरीर में लगातार विटामिन ए की कमी रह जाती है, तो एनीमिया का भी खतरा हो सकता है।

हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार अगर शरीर में विटामिन ए की मात्रा पर्याप्त रहती है तो स्किन कैंसर की संभावना या खतरा बहुत कम होता है। वहीं अगर शरीर में विटामिन ए की कमी लगातार रहती है तो स्किन कैंसर का खतरा बढ़ भी जाता है। शरीर में विटामिन ए की कमी न हो इसके लिए विटामिन ए वाले फूड का चयन करना जरूरी होती है। डाइट में ऐसे फल और सब्जी या अनाज शामिल करना जरूरी होता है, जो सेहत के लिए अच्छे हों। हम यहां पर कुछ ऐसे भी फूड के बारे में बता रहे हैं, जो विटामिन ए से भरपूर होते हैं।

कद्दू

एक कहावत है कि कद्दू एक, लाभ अनेक। कद्दू के लिए ये कहावत बिल्कुल सटीक है। वैसे तो कद्दू सारे पोषक तत्वों के गुणों से भरपूर होता है, लेकिन कद्दू में मुख्य रुप से बीटा केरोटीन पाया जाता है, जिससे विटामिन ए मिलता है। कद्दू के बीज में भी कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है। कद्दू का प्रयोग हम सब्जी, रायते के तौर पर भी कर सकते हैं या फिर कद्दू की मिठाई भी बनाई जा सकती है।

गाजर

गाजर को विटामिन ए का सबसे बड़ा स्त्रोत माना जाता है। क्योंकि एक कटोरी गाजर रोजाना खाने से विटामिन ए की जरुरत का 334 प्रतिशत हिस्सा हमारे शरीर को मिलता है। आंखों के लिए भी गाजर बहुत अच्छा होता है। हम सलाद के तौर पर गाजर को कच्चा खा सकते हैं। इसे सब्जी में मिलाकर पका कर भी खाया जा सकता है या फिर गाजर का हलवा भी बनाया जा सकता है। गाजर बहुत सारे रुपों में हमारे लिए उपयोगी होता है।

दूध

दूध को एक संपूर्ण आहार माना जाता है। इसमें बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। लेकिन यकीन मानिए दूध विटामिन ए का भी बहुत अच्छा स्त्रोत है। जो हड्डियों के विकास और कोशिकाओं के बढ़ने में मदद करता है। बड़े-बूढ़े हों या बच्चे सभी के लिए दूध फायदेमंद है। 1 गिलास दूध हर रोज पीना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है।

टमाटर

Tomato

टमाटर का इस्तेमाल भारतीय खानों में सबसे ज्यादा किया जाता है। टमाटर में एंटीआॅक्सीडेंट के साथ-साथ विटामिन ए की प्रचूर मात्रा पाई जाती है। टमाटर में लाइकोपीन पाया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास, विशेष रूप से प्रोस्टेट, पेट और कोलोरेक्टल कैंसर के नियंत्रण में काफी प्रभावी होता है। टमाटर में क्रोमियम पाया जाता है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है।

हरा धनिया

हरे धनिए की खूशबू आपको जितनी अच्छी लगती है, खाने में भी वो उतनी ही अच्छी होती है। हरा धनिया खुद में बहुत सारे गुण समेटे हुए हैं। हरा धनिया विटामिन ए का भी अच्छा स्त्रोत माना जाता है। हरा धनिया हमारे शरीर के लिए एंटी आॅक्सीडेंट के रुप में भी काम करता है। इसका प्रयोग हम खाने की सजावट के लिए तो करते ही हैं। साथ ही हरे धनिए की चटनी की तो बात ही अलग है।

शकरकंद

सर्दियों में मिलने वाला शकरकंद जितना स्वादिष्ट होता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद भी। शकरकंद में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। खासतौर पर नारंगी रंग के शकरकंद में इसकी भरपूर मात्रा होती है। नारंगी रंग के शकरकंदों और कुछ दूसरी फसलों से बने उत्पादों में ग्लाईकेमिक तत्वों की मात्रा कम होने की वजह से वे लोग भी इन उत्पादों का सेवन कर सकेंगे जो मधुमेह के शिकार हैं। भारत में ऐसे रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। तो इस सर्दी शकरकंद खाना ना भूलें।

 

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