स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ की नम आंखों से अंत्येष्टि

Air Force, Chandigarh Administration and Police Officers paid tribute

– वायुसेना, चंडीगढ़ प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। जम्मू कश्मीर के बडगाम में बुधवार सुबह भारतीय वायु सेना के एमआई-17 हैलीकाप्टर क्रैश हादसे में शहीद हुये चंडीगढ़ के स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ की आज यहां राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। यहां सैक्टर-25 स्थित शमशान घाट पर शहीद को ‘गार्ड आॅफ आॅनर’ देकर अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान वायुसेना, चंडीगढ़ प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

इससे पहले सिद्धार्थ वशिष्ठ का शव वीरवार देर शाम जम्मू कश्मीर से दिल्ली और बाद में यहां लाया गया। शव को परिवार की इच्छानुसार घर पर ही लाया गया। हवाईअड्डे से लेकर शहीद के सैक्टर-44 स्थित घर पर लाने के लिये एक विशेष कॉरिडोर बनाया गया। शव को लेने के लिये शहीद की पत्नी और स्क्वाड्रन लीडर आरती वर्दी में वायु सेना के अन्य अधिकारियों के साथ हवाईअड्डे पर मौजूद थीं। जैसे ही शहीद का शव उनके घर पहुंचा तो परिजनों समेत मौजूद बड़ी संख्या में लोगों की आंखे छलक उठीं और माहौल गमगीन हो गया।

इस दौरान ‘भारत माता की जय और वंदे मातरम’ के नारे लगे। पिता जगदीश वशिष्ठ ने ताबूत में रखे बेटे के तिरंगे में लिपटे चिरनिद्रा में लीन बेटे को सलामी देकर उसका स्वागत किया। आरती भी इस दौरान खुद को नहीं रोक पाईं। इस दौरान शहीद मां और उनकी तीन बहनों का रो रो कर बुरा हाल था। इस दौरान चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनोर समेत अनेक अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। सिद्धार्थ परिवार के इकलौते बेटे थे। वह तीन बहनों के इकलौते भाई थे। उनके परिवार में पत्नी आरती, छोटा पुत्र, पिता, माता और तीन बहनें हैं।

पंचतत्व में विलीन हुआ कानपुर का लाल दीपक पाण्डेय

कानपुर। जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में क्रैश विमान एमआई 17 में शहीद हुये कानपुर के लाल दीपक पाण्डेय के अतिम यात्रा में शुक्रवार को जनसैलाब उमड़ पड़ा। सभी ने नम आंखों से अपने शहर के लाल को अंतिम विदाई दी। भारतीय सीमा पर चौकसी के दौरान कश्मीर के बडगाम में शहीद कानपुर के लाल दीपक पाण्डेय की अंतिम यात्रा में आज यहां पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। वायुसेना के सेवन एयरफोर्स हॉस्पिटल में सलामी के बाद उनका पार्थिव शरीर परिवार के लोगों के दर्शन के लिए उनके घर पर लाया गया। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। शहीद के अंतिम दर्शन को उमड़े लोग भारत माता की जय के साथ शहीद दीपक पाण्डेय अमर रहें के नारे लगा रहे थे। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी दीपक के घर पहुंचे।

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