लुप्त हो रही चिड़ियां, बचाने के लिए अमित बांट रहा ‘घोंसले’

Save Birds

जिन्दगी संस्था अध्यक्ष हरदीप सिंह ने किया शुभारंभ

फतेहाबाद(सच कहूँ/विनोद शर्मा)। कटते पेड़, बढ़ते प्रदूषण की मार से चिड़िया की गौरेया जैसी अनगिनत प्रजातियां लुप्त होने के कगार पर हैं। पर्यावरण व पक्षी प्रेमी अपने-अपने स्तर पर इन्हें बचाने की मुहिम चलाए हुए है। इसी तरह के पक्षी प्रेमियों में फतेहाबाद के अमित कुमार भी बीते एक साल से स्वयं के बनाए चिड़िया हाउस बनाकर विभिन्न क्षेत्रों में लगा रहा है। आज मातुराम कॉलोनी क्षेत्र में भी अमित कुमार ने कोरियोग्रॉफर अजय कायत के घर से अभियान शुरू किया। अभियान का शुभारंभ करने जिन्दगी संस्था अध्यक्ष हरदीप सिंह व सिटी वेलफेयर क्लब प्रधान विनोद अरोड़ा पहुंचे। सामाजिक कार्यकर्ता हरदीप सिंह व विनोद अरोड़ा ने अमित कुमार के प्रयास को बेहद सराहनीय कार्य बताया।

हम सबको मिलकर करना होगा सहयोग: हरदीप सिंह

जिन्दगी संस्था अध्यक्ष हरदीप सिंह ने कहा कि हम सबको मिलकर इस तरह की मुहिम को सहयोग करना चाहिए ताकि जो पक्षी हमारी जिन्दगी का अहम हिस्सा रहे हैं, उनकी प्रजाति हमारी लापरवाही की वजह से लुप्त न हो। उन्होंने कहा कि जब पर्यावरण बेहतर होगा, तभी गौरैया अपना प्रजनन करेंगीं?। पिछले लॉकडाउन में जब सब कुछ बंद था तो उस वातावरण में गौरैया फिर से दिखने लगी थीं। इनकी संख्या बनी रहे, उसके लिए अमित की इस मुहिम को वे पूरा सहयोग करेंगे। विनोद अरोड़ा ने बताया कि अमित द्वारा निर्मित घोंसलों को घरों के दरवाजे पर टांगा जाएगा। उसमें दाना और पानी रहेगा, ताकि गौरैया आकर इन घोंसलों में रहें।

प्लाईवुड के बनाते हैं घोंसले

पेशे से मजदूरी करने वाले युवक अमित कुमार ने बताया कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए गौरैया संरक्षण के लिए घोसले बांटना शुरू किया है। इसके लिए वह प्लाईवुड के घोंसले बनाते हैं और चिन्हित किए गए ऐसे क्षेत्रों में इन्हें लगाते हैं, जहां चिड़िया के आने की संभावनाएं अधिक होती है। उन्होंने कहा कि उनका ये प्रयास धीरे-धीरे रंग भी ला रहा है। चिड़ियों की चहचाहट फिर से सुनाई देने लगी है। अमित कुमार ने आमजन से भी अपीली की कि वह अपने आस-पास व पेड़ों पर पक्षियों के लिए घोंसले लगाएं और उनमें दाने पानी की व्यवस्था भी करें।

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