चंडीगढ़। (सच कहूँ न्यूज) पंजाब पुलिस द्वारा ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल सिंह की तलाश की जा रही है और ऐसे में अब तक अमृतपाल की 2 वीडिओ और 1 आडिओ सामने आ चुके हैं। अब तक बताया जा रहा था कि अमृतपाल और पपलप्रीत एक साथ थे लेकिन अब खबर आ रही है कि वो दोनों अलग हो गए हैं। अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और पपलप्रीत अलग हो गए हैं और ऐसे में पपलप्रीत किसी डेरे में घूमता हुआ नजर आया है। हालांकि यह डेरा कहां है, इसकी अभी जानकरी नहीं मिल पाई है। कहा जा रहा है कि होशियारपुर में ही दोनो अलग हो गए थे और यह वीडियो किसी डेरे की है।
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अमृतपाल की गिरफ्तारी को आत्मसमर्पण दर्शाने की शर्त वाली खबर झूठी: पुलिस
पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की गिरफ्तारी को आत्मसमर्पण दशार्ने की शर्त वाली खबरों को आज फेक न्यूज यानी झूठी करार दिया। पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पुलिस ने ट्वीट में लोगों से अपील की कि खबरों को साझा करने से पहले तथ्य जान लें। सभी से फेक न्यूज न फैलाने की अपील की गयी है।
‘यह समाचार तथ्यात्मक रूप से गलत है’ के कैप्शन के साथ एक टीवी चैनल और उसकी वेबसाइट पर आई खबर के स्क्रीनशॉट साझा किये हैं, जिसके अनुसार अमृतपाल ने अपनी गिरफ्तारी को आत्मसमर्पण करार देने समेत तीन शर्तें (दो अन्य शर्तें पंजाब के किसी जेल में ही रखने और हिरासत में यातना न देने के बारे में थीं) रखी थीं। स्क्रीन शॉट पर पुलिस ने ‘फेक न्यूज’ का ठप्पा लगाया है।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि 18 मार्च से फरार अमृतपाल के ‘आत्मसमर्पण’ करने की अफवाहें बुधवार को दिन भर उड़ती रहीं और शाम को अमृतपाल का एक वीडियो संदेश सामने आया जिसमें उसने अपने खिलाफ ‘निर्दोष’ नौजवानों को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब सरकार पर बरसते हुए श्री अकाल तख्त के जत्थेदार से आग्रह किया कि वह सरकार की कठोर कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन छेड़ें। उसने कहा कि उसे किसी पुलिस कार्रवाई की गिरफ्तारी का डर नहीं है लेकिन सरकार की तरफ से निर्दोष सिखों पर क्रूरता का सवाल है और सिखों को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। उसने यह भी कहा कि वह पूरी तरह से ठीक है और ’चढ़दी कलां’ में है और वाहेगुरू की आसीस से वह पुलिस के चंगुल में फंसने से बच गया।
अमृतपाल अभियान में गिरफ्तार 360 से 348 लोगों को किया गया रिहा
पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ छेड़े अभियान के दौरान पिछले 12 दिनों में हिरासत में लिये करीब 360 लोगों में से 348 को रिहा कर दिया है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के निजी सचिव जसपाल सिंह ने आज मीडिया को बताया पंजाब सरकार ने जत्थेदार को जानकारी दी है कि गिरफ्तार किये गये 360 लोगों में से 348 को रिहा कर दिया है।
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