भूटान के संसदीय शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति से भेंट की

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नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। भूटान की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष वांगचुक नामग्याल के नेतृत्व में एक संसदीय शिष्टमंडल ने मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भेंट की। राष्ट्रपति ने शिष्टमंडल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हम भारत और भूटान के बीच बहुमुखी और अद्वितीय मित्रता को काफी महत्व देते हैं। भारत की सरकार भूटान के लोगों की आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के अनुरूप भूटान के साथ द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रपति ने कहा कि भूटान की शाही सरकार की सहायता करने के लिए भारत, भूटान के साथ द्विपक्षीय सहयोग के नए रास्ते खोल रहा है। इनमें अंतरिक्ष सहयोग, स्मार्ट कृषि, युवा एवं खेल, स्टार्ट-अप्स, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल विकास शामिल है।

मजबूत आर्थिक सहयोग और युवाओं की प्राथमिकताओं पर की चर्चा

राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल भूटान अविकसित देशों के समूह से बाहर निकल जाएगा और 2034 तक उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था बनने की राह पर होगा। उन्होंने कहा कि इस रास्ते पर आगे बढ़ते हुए भूटान को भारत के रूप में हमेशा एक विश्वसनीय मित्र का साथ मिलेगा। इससे पहले 13 सदस्यीय शिष्टमंडल ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने “बहुआयामी और अद्वितीय” द्विपक्षीय दोस्ती और दोनों पक्षों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग पर चर्चा की।

विदेश मंत्री ने एक ट्वीट में कहा ‘आज भूटान की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष वांगचुक नामग्याल और उनके 13 सदस्यीय संसदीय शिष्टमंडल के साथ बातचीत करके खुशी हुई। ‘हमारी बहुआयामी और अनूठी मित्रता, विशेष रूप से चल रहे सुधार, मजबूत आर्थिक सहयोग और युवाओं की प्राथमिकताओं पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने पोस्ट किया, “खुशी है कि शिष्टमंडल को पिछले आठ वर्षों में भारत में बड़े बदलावों को देखने का अवसर मिला। भूटानी शिष्टमंडल ने सोमवार को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की थी।

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