बोर्ड परीक्षाएं स्थगित हैं, इससे जुड़ी चिंताओं को कैसे दूर करें?

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-अंकित कपूर, निदेशक: प्रथम टेस्ट प्रेप

महामारी के कहर ने हम सभी को लगातार दुविधा की स्थिति में डाल दिया है और इसमें कोई संदेह नहीं कि हर व्यक्ति की दिनचर्या पूरी तरह बदल चुकी है। कोविड के हालात से जंूझते हुए एक साल बीत चुका हैं, पूरा देश इस हालात से निपटने के लिए बेहतर प्रयास कर रहा है।

पिछले साल कई सारी नई पाबंदियों और कवायदों के कारण लोग चौंक गए थे लेकिन अब दूसरी लहर के बाद फिर वही सारी पाबंदियों से लोगों को जबरदस्त झटका लगा है। छात्रों को इस शैक्षणिक वर्ष में कई बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है और बोर्ड परीक्षाएं टाले जाने की हालिया घोषणाओं ने कई सारे छात्रों को बहुत चिंताजनक स्थिति में डाल दिया है। अपने भविष्य को लेकर आशंकित छात्रों पर इन कठिन परिस्थितियों में निश्चित रूप से बहुत ज्यादा दबाव पड़ा है और इसलिए उन्हें सफलता में राह में मदद करने के लिए प्रोत्साहित करने और तनाव दूर करने के उपाय बताने की सख्त जरूरत है।

समय बर्बाद हो जाने के बारे में सोचने के बजाय छात्रों को विजेता बनकर उभरने के लिए नए सिरे से अपनी सोच बदलने की जरूरत है। देश की मौजूदा शिक्षा प्रणाली में कई सारे बदलाव होने वाले हैं, जो कौशल निर्माण के महत्व पर जोर देने वाला होगा। लिहाजा प्रत्येक छात्र को विशेषज्ञों के निम्नलिखित सुझावों का पालन करते हुए इस प्रतिकूल हालात में भी सकारात्मक बनाए रखनी होगी।

1. दिनचर्या तय करें व रूटीन का पालन करें:

एक तय रूटीन पर चलना निश्चित रूप से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे छात्र अपना लक्ष्य तय करना सीख पाएंगे। इससे छात्र में विश्वास जगेगा कि जल्दी ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और वे परीक्षा देने में सक्षम हो जाएंगे।

2. मस्तिष्क को पोषित करें:

छात्रों को पढ़ने की आदत विकसित करते हुए अपने मस्तिष्क को पोषित करते रहना बहुत जरूरी है। इससे न सिर्फ उनकी सोच का दायरा बढ़ेगा बल्कि सभी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी फायदेमंद होगा। चूंकि ज्यादातर परीक्षाएं सामान्य अभिरुचि और गद्यांश पर आधारित होती हैं, इसलिए अपने लिए निकाले गए वक्त का सदुपयोग अखबार, पत्रिकाएं, उपन्यास और किताबें पढ़कर करें जो आपको दोहरा लाभ देंगे।

3. समय प्रबंधन:

इस तरह के कठिन हालात में समय का प्रभावी सदुपयोग बहुत महत्वपूर्ण होता है। चूंकि समय किसी भी हालात से निपटने का सबसे बड़ा मलहम होता है इसलिए इसे इर तरीके से बांट लें जिसमें आप अध्ययन भी कर सकें और कुछ वक्त अतिरिक्त गतिविधियों में भी इसका इस्तेमाल कर सकें।

4. नए विकल्प:

विभिन्न कॉलेजों ने कई नए कोर्स शुरू कर दिए हैं जिनसे आशा और सकारात्मकता की नई उम्मीद जगी है। हाल ही में विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा दाखिले के लिए शुरू की गई प्रवेश परीक्षा क्यूसेट ने छात्रों को दक्षता आधारित प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए फोकस करने का अवसर दिया है।

5. स्वस्थ रहें:

महामारी के दौर में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ—साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहना जरूरी है और इसकी अनदेखी नहीं होनी चाहिए। अब वक्त आ गया है कि हमें अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और ऐसी गतिविधियों में खुद को शामिल करना चाहिए जो हमें दूसरी ओर भटकने और नकारात्मक माहौल से दूर रख सकें।

6. यह परीक्षा की घड़ी है:

आपको यह जान लेना जरूरी है कि हम सभी एक ही हालात से जूझ रहे हैं और सिर्फ सकारात्मक सोच रखते हुए ही हम इस स्थिति से उबर सकते हैं। प्रथम टेस्ट प्रेप में शिक्षा और प्रबंधन के विशेषज्ञ ने हमेशा छात्रों की बदलती जरूरतों और बदलते हालात के अनुसार काम किया है। प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में अग्रणी इस संस्था ने समय-समय पर कई जरूरी पहल की है। पिछले साल के लॉकडाउन के दौरान आॅफलाइन क्लास के बजाय सुचारु तरीके से आॅनलाइन कोचिंग शुरू करते हुए इसने कई छात्रों को अपनी सफलता के सफर में आखिरी क्षण तक सकारात्मक सोच बनाए रखने में मदद की है और इस साल भी यही कवायद करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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