बेटियों के लिए मिसाल बनी कैप्टन शिवा चौहान

नई दिल्ली। (सच कहूँ न्यूज) फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स अधिकारी कैप्टन शिवा चौहान सियाचिन ग्लेशियर के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनकर इतिहास रच दिया है। उनकी इस उपलब्धि की चर्चा पूरे देश में हो रही है। कैप्टन शिवा को लोग बेटियों के लिए मिसाल के तौर पर देख रहे हैं। भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कैप्टन शिवा चौहान की इस सफलता के बारे में खुद जानकारी दी है। ट्वीट में लिखा गया है कि फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की कैप्टन शिवा चौहान दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र कुमार पोस्ट में आॅपरेशनल रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।

सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान

ट्विटर पोस्ट में शिव के पराक्रम का जश्न मनाते हुए कैप्शन लिखा गया है, ‘कांच की छत को तोड़ना’। कुमार पोस्ट में पोस्टिंग से पहले शिवा को कठिन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा था। बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान है, जहां भारत और पाकिस्तान ने 1984 से रुक-रुक कर लड़ाई लड़ी है। सितंबर 2021 में सियाचिन ग्लेशियर पर 15,632 फीट की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर पहुंचने पर आठ विकलांग लोगों की एक टीम ने विश्व रिकॉर्ड बनाया था।

माइनस 30 डिग्री में भी देश सेवा

देश के सभी लोग कैप्टन शिवा को बेटियों के लिए मिसाल के तौर पर देख रहे हैं। माइनस 30 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में कैप्टन शिवा चौहान अपनी जान की परवाह किए बगैर इस जगह पर तैनात हैं और देश की सेवा कर रही हैं। भारत की सभी बेटियां उनसे प्रेरणा लेकर अपने भविष्य को उज्जवल बना सकती हैं और देश का नाम रौशन कर सकती हैं।

सबसे मुश्किल क्षेत्र है कुमार पोस्ट

कुमार पोस्ट पर हमेशा 3000 सैनिकों की तैनाती रहती है। वहीं यहां पारा दिन में -21 डिग्री और रात में -31 डिग्री रहता है। बर्फबारी के चलते यहां सैनिकों को राशन-पानी या कोई दूसरी मदद पहुंचाना भी मुश्किल होता है। सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान है। यहां भारत और पाकिस्तान के बीच में कई बार युद्ध हुआ है।

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