बोर्ड रिजल्ट: लॉन्ग टर्म फायदे व रूचि के हिसाब से करें कोर्स का चयन-भूपेश शर्मा

Recruitment Exam
भूपेश शर्मा, जिला समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र, श्रीगंगानगर

अपडेट रहकर पढ़ाई है जरूरी

अजमेर (सच कहूँ न्यूज) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 10वीं-12वीं तथा राजस्थान बोर्ड अजमेर (Ajmer) के 12वीं के नतीजे सीकरी घोषित हो चुके हैं इन दोनों परीक्षाओं की समाप्ति के बाद से ही 10वीं और 12वीं की विद्यार्थी आगे की पढ़ाई के लिए चिंतित और असमंजस की स्थिति में रहते हैं। यह चिंता 10वीं के विद्यार्थियों के लिए ज्यादा रहती है। क्योंकि उच्च शिक्षा में कदम रखने की ओर नींव यहीं से रखी जाती है।

इसके अलावा बदलते प्रतियोगी दूर को देखते हुए विद्यार्थियों के समक्ष कैरियर के बहुत से विकल्प उपलब्ध हैं जहां विकल्पों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है वहीं विद्यार्थियों के लिए कैरियर चुनाव में उतनी ही कठिनाई में भी खड़ी हुई है।आज का युवा इस मुकाम पर खड़ा है कि उसे अपनी योग्यता के हिसाब से बाजार को मांग का विशेष ध्यान रखना लाजमी हो गया है। यूथ को करियर के तात्कालिक लाभ के चक्कर में नहीं पडना चाहिए।

10वीं के विद्यार्थियों के पास अब परंपरागत उच्च माध्यमिक स्तर की शिक्षा के लिए 4 विकल्प उपलब्ध है।

1.विज्ञान संकाय :- हिंदी,अंग्रेजी, भौतिक,रसायन,गणित,जीव,कंप्यूटर आदि।
2.वाणिज्य संकाय:- लेखा शास्त्र, व्यवसाय अध्ययन, अर्थशास्त्र आदि।
3.कला संकाय: इतिहास,राजनीति,भूगोल,समाज शास्त्र,चित्रकला,लोक प्रशासन, गृह विज्ञान, साहित्य आदि।
4.कृषि संकाय: कृषि, कृषि रसायन, कृषि जीव आदि।

10वीं के बाद व्यवसायिक कोर्स भी उपलब्ध | (Ajmer News)

अगर विद्यार्थी इंजीनियरिंग क्षेत्र में डिप्लोमा कोर्स करके करियर बनाना चाहते है आईटीआई या पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रम की किसी भी ट्रेड जैसे मोबाइल इंजीनियरिंग, फ़ैशन डिजाइनिंग, ऑटो मोबाइल, कम्प्यूटर हार्डवेयर, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, मकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, आदि से डिप्लोमा कोर्स करके कई क्षेत्रों में करियर बना सकते है।

विज्ञान वर्ग की राह:

12 वीं के बाद किसी प्रतिष्ठित संस्थान से बीएससी कर सकते है। आजकल बॉयोटेक्नॉलजी, जेनेटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विषयों में भी ग्रेजुएशन करने का विकल्प है। आप 12 वीं के बाद इंजिनियरिंग या मेडिकल कोर्स भी कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए नीट और जेईई जैसी प्रवेश परीक्षा को पास करना जरूरी है।

कॉमर्स में विकल्प:

यहां 12 वीं के बाद विद्यार्थी बी.कॉम. कर सकते हैं। कॉमर्स संकाय चुनने वालों के लिए भविष्य में एमबीए, सीएस, सीए, फाइनैंशल ऐनालिस्ट जैसे तमाम कॅरिअर के दरवाजे खुल जाते हैं।

ऑर्ट्स भी लाजवाब:

कला संकाय संकाय के विद्यार्थियों के लिए प्रशासनिक सेवाओं में नौकरी का बेहतर अवसर रहता है।साथ ही विषयों की संख्या के आधार पर स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में अलग-अलग स्तर पर बेहतरीन करियर विकल्प मिलते हैं। इसके अलावा बीए, बीएफएफ, बीबीए, बीएचएल, बीएमएस, बीएसडब्ल्यू, एलएलबी, टूर एंड ट्रैवल, फैशन डिजाइन, पत्रकारिता, मानव संसाधन, भाषा व साहित्य तथा शिक्षा आदि में करियर के रास्ते खुलते हैं।

कम्प्यूटर साइंस की डिमांड:

कम्प्यूटर साइंस की डिमांड काफी बढ़ गई है। कई कॉलेजामें बीएससी ;ऑनर्स कम्प्यूटर साइंस कोर्स है। यह कोर्स करने के बाद कॅरिअर ऑप्शन की कोई कमी नहीं हैै।

क्या करें, क्या न करें विद्यार्थी | (Ajmer News)

  • किसी भी पाठ्यक्रम और संकाय को चुनने से पहले लॉन्ग टर्म में होने वाले फायदे और नुकसान पर नजर रखें।
  • पहले अपनी प्रतिभा और क्षमता का आकलन करके और उसके अनुरूप किसी एक्सपर्ट की मदद से करियर का चुनाव जरूरी है।
  • लुभावने विज्ञापनों से प्रभावित न हों और दूसरों की देखा-देखी और तुलना में संकाय और कोर्स को न चुनें।
  • संस्थान की मान्यता, फैकल्टी और प्लेसमेंट परफॉर्मेंस की जानकारी जरूर हासिल करें। इससे आप ठगी का शिकार होने से बच जाएंगें।

एजुकेशन एक्सपर्ट
-भूपेश शर्मा, जिला समन्वयक, विद्यार्थी सहायता केंद्र, श्रीगंगानगर