भिवानी: सफाई कर्मचारी बैठे दो दिवसीय हड़ताल पर

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भाजपा सरकार के कारगुजारियों के कारण काली दीवाली मनाने पर मजबूर सफाई कर्मचारी : दानव

भिवानी (इन्द्रवेश)। कोरोना काल के दौरान जिन सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धा का दर्जा देकर उन्हे सम्मानित किए जाने की होड़ सी लगी थी, आज वे ही सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सडकों पर बैठने को मजबूर है तथा उनकी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। अपनी लंबित मांगों को लेकर एक बार फिर से सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले स्थानीय नगर परिषद कार्यालय के समक्ष बुधवार से दो दिवसीय हड़ताल शुरू की।

इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने कहा कि भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के सफाई कर्मचारियों को बेरोजगार बनाकर रोशनी के त्यौहार पर भी उन्हे सडकों पर बैठने को मजबूर किया है, जिसके विरोध में सफाई कर्मचारियों ने काली दीवाली मनाने का निर्णय लिया है। हड़ताल का समर्थन विभिन्न कर्मचारी संगठन के नेताओं ने किया।

रोशनी के त्यौहार पर भी सडकों पर बैठकर अपना हक मांगने को मजबूर कोराना योद्धा : दानव

धरने को संबोधित करते हुए हुए नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश सचिव पुरूषोत्तम दानव ने कहा कि दानव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए हरियाणा के सफाई कर्मचारियों को बेरोजगार बनाकर उनके साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में सफाई का ठेका गुजरात की कंपनी दे दिया, जिससे प्रदेश भर में करीबन 10 वर्षो से रोजगार कर अपने बच्चों का पेट पालने वाले हजारों कर्मचारी बेरोजगार हो गए। यही नहीं शहर को साफ-सुथरा रखने वाले सफाई कर्मचारी काफी लंबे समय से अपनी मांगों को संघर्षरत्त है तथा बार-बार मांगों के संदर्भ में सरकार को आगाह भी कर चुके हैं। यही नहीं सरकार से मांगों के संदर्भ में हुए समझौते के बाद भी धरातल पर लागू नहीं किया रहा तथा उन्हे बार-बार सिर्फ झूठे आश्वासन देकर बरगला दिया जाता है।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिन सफाई कर्मचारियोंं को कोरोना योद्धा का खिताब मिला था, आज वे ही कोरोना योद्धा रोशनी के त्यौहार पर भी सडकों पर बैठकर अपना हक मांग रहे है। दानव ने कहा कि यदि 20 अक्तूबर तक मांगें नहीं मानी तो उनका संघर्ष अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदलकर कर्मचारी इस बार काली दीवाली मनाने पर मजबूर होंगे। यही नहीं प्रदेश भर की सफाई व्यवस्था ठप्प की जाएगी, जिसके बाद प्रदेश के प्रत्येक शहर में सिर्फ कचरे के ढ़ेर ही नजर आएंगे। दानव ने कहा कि उनकी दो दिवसीय भूख हड़ताल सरकार के लिए चेतावनी है कि यदि 20 अक्तूबर तक मांगें नहीं मानी गई तो आदमपुर उपचुनाव से कर्मचारी विरोधी भाजपा सरकार को हरियाणा से साफ करने के लिए आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा।

कर्मचारियों ने दी चेतावनी : मांगें पूरी नहीं हुई तो शहर की सफाई व्यवस्था की जाएगी पूरी तरह से ठप्प

उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी कौशल रोजगार निगम भंग करने, समान काम-समान वेतन, सफाई कर्मचारी प्रदेश में सभी सरकारी विभागो, निगमों, बोर्डो, यूनिवर्सिटियों, पालिकाओं, नगर परिषदों से सफाई व सीवर के कार्यो में जारी वर्क आउटसोर्सिंग, डोर टू डोर, आॅपरेशनल एंड मेंटेंसन के ठेकों को समाप्त कर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों सहित सभी कच्चे सफाई व सीवर कर्मचारियों को पक्का किया जाने, सभी प्रकार के ठेकों पर रोक लगाते हुए नियमित भर्ती किए जाने, सफाई व सीवरेज कर्मचारियों के एक्सगे्रसिया पॉलिसी बनाए जाने, अनियमित कर्मचारियों कोभ्भी एक्सग्रेसिया पॉलिसी में शामिल किए जाने, अनुबंध व विभिन्न प्रकार के ठेको पर लगे कच्चे कर्मचारियों को गुेजुएटी का लाभ दिए जाने, अनियमित कर्मचारियों की मृत्यु होने पर 3 लाख के स्थान 10 लाख रुपए आर्थिक सहायता दिए जाने, जोखिम भत्ता 5 हजार रुपए दिए जाने, नगर पालिका, नगर परिषद व नगर निगम अग्निशमन विभाग के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की मांगों का बातचीत कर समाधान किए जाने सहित 15 सूत्रीय मांगों के लिए संघर्षरत्त है।

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