ग्रामीणों ने किया एचकेएसबी एमडी का घेराव, चैम्बर में लगाया धरना

  • किसानों का पैसा खाते में जमा करवाने की मांग
  • गांव रतनपुरा की ग्राम सेवा सहकारी समिति में करोड़ों रुपए के घोटाले का मामला

हनुमानगढ़। (सच कहूँ न्यूज) संगरिया तहसील के गांव रतनपुरा की ग्राम सेवा सहकारी समिति में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले को लेकर किसानों को उनका पैसा वापस दिलवाने की मांग तेज हो गई है। इस मांग को लेकर गांव रतनपुरा के ग्रामीणों ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर स्थित हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड में डेरा जमा दिया। ग्रामीणों ने कांग्रेस व भाजपा नेताओं के नेतृत्व में बैंक के प्रबंध निदेशक दीपक कुक्कड़ का घेराव किया। ग्रामीण एमडी के चैम्बर में धरना लगाकर बैठ गए। उन्होंने सोसायटी सदस्यों के रुपए उनके खातों में जमा नहीं करवाए जाने तक घेराव व धरना जारी रखने की चेतावनी दी।

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ग्रामीणों की अगुवाई कर रहे छात्र नेता व एनएसयूआई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि संगरिया तहसील की रतनपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में 12 से 15 करोड़ रुपए का घोटाला उजागर हुआ है। कहीं न कहीं प्रशासन इस मामले में मिलीभगत कर कोताही बरत रहा है। आरोपी को पुलिस की ओर से सुरक्षा दी जा रही है। ग्राम रतनपुरा के किसी भी किसान का एक रुपया वापस नहीं लौटाया गया है। हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक की भी इस मामले में मिलीभगती है। उनकी मिलीभगती के कारण ही करोड़ों रुपए का बड़ा घोटाला हुआ है। पूनिया ने कहा कि हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड सरकार की संस्था है।

कांग्रेस सरकार में ऐसी घटनाएं किसानों के साथ होना, वह भी तब तक राहुल गांधी किसानों का कर्जा माफ करने की बात कहते हैं, यह निंदनीय है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के अलावा सहकारिता मंत्री, पूर्व उपमुख्यमंत्री सहित कांग्रेस की पूरी लीडरशिप को पूरी वस्तुस्थिति से अवगत करवाया गया है। जिस दिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा समाप्त होगी। उस दिन इस आंदोलन को बड़े स्तर पर किया जाएगा। उनकी मांग है कि हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर समिति से जुड़े किसानों के खातों में उनका पैसा ट्रांसफर कर भरपाई की जाए। वहीं भाजपा जिला उपाध्यक्ष गुलाब सिंवर ने बताया कि रतनपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में घोटाले की शिकायत मिलने के अगले ही दिन इस बारे में जिला कलक्टर से मुलाकात करने पहुंचे थे लेकिन जिला कलक्टर अन्यत्र होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी।

तब जिला कलक्टर ने कहा था कि उनकी ओर से बनाई गई जांच कमेटी की ओर से जांच पूरी की जा चुकी है। लेकिन अभी तक किसी भी किसान को उनका पैसा वापस नहीं मिला। अधिकारी लीपापोती कर रहे हैं। किसान के खून-पसीने की कमाई उनके खाते में डलवाने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं। किसान अपना हक लेकर ही यहां से जाएंगे। उन्होंने गांव चौहिलांवाली में हुए घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि तब भी सभी ने एकजुट होकर किसानों को उनके पैसे वापस दिलवाए थे। पार्टीबाजी से दूर रहकर किसानों को उनके खून-पसीने की कमाई वापस दिलवाई जाएगी। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य मनीष गोदारा, रामविलास चोयल सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।

एसडीएम पहुंचे तो लगे ‘एसडीएम चोर है के नारे

उधर, एमडी के घेराव की सूचना मिलने पर उपखण्ड अधिकारी डॉ. अवि गर्ग दोपहर को वार्ता करने के लिए हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रधान कार्यालय पहुंचे। अभी एसडीएम ने बैंक में एमडी के चैम्बर में प्रवेश नहीं किया था कि उन्हें आता देख चैम्बर में धरना लगाकर बैठे ग्रामीणों ने ‘एसडीएम चोर है के नारे लगाने शुरू कर दिए। नारे लगाते हुए ग्रामीण एसडीएम की तरफ दौड़े। तभी वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों को रोक लिया। मौके के हालात देखते हुए एसडीएम बैंक से बाहर खड़ी अपनी सरकारी गाड़ी में बैठकर वहां से चले गए।

जल्द लौटाया जाएगा किसानों का पैसा : एमडी

हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक दीपक कुक्कड़ ने बताया कि रतनपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में कुछ दिन पहले समिति के व्यवस्थापक की ओर से एफडीआर बनाने और उनके भुगतान में अनियमितता हुई थी। प्राथमिक जांच में बैंक ने कार्रवाई करते हुए व्यवस्थापक व उसके पुत्र की संपत्ति को कुर्क कर दिया है। इसके पश्चात धारा 55 में जांच चल रही है। धारा 55 के तहत प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक सचिव दीपदान चारण की ओर से जांच की जा रही है। जांच अधिकारी ने गांव में उपस्थित होकर गांव के लोगों के बयान दर्ज किए थे। उन्हें जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। रिकार्ड लेने के लिए राजस्थान सरकारी सोसायटी अधिनियम के अन्तर्गत न्यायालय में प्रार्थना-पत्र दिया है। बैंक स्तर से उचित कार्रवाई की जा रही है। बैंक का प्रयास है कि जल्द से जल्द गांव के किसानों का जितना भी पैसा समिति में जमा हुआ था, वह उन्हें वापस लौटा दिए जाएं।

प्रथमदृष्टया साढ़े आठ करोड़ रुपए की अनियमितता

इस प्रकरण की जांच कर रहे प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक सचिव दीपदान चारण ने बताया कि प्राथमिक जांच में प्रथमदृष्टया साढ़े आठ करोड़ रुपए की अनियमितता उजागर हुई है। उन्हें उच्चाधिकारियों की ओर से धारा 55 में जांच अधिकारी लगाया गया है। उन्होंने दो दिन पहले रतनपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में जाकर अमानतदारों के बयान लिए। कुल 448 अमानतदाताओं ने बयान दर्ज करवाए। शेष अमानतदाताओं के गुरुवार को बयान लिए जाएंगे।

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