केमिकलयुक्त पानी नहर में डालने के खिलाफ कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन

Protest

वार्ड पार्षदों के नेतृत्व में नई खुंजा के वार्ड 2, 3, 4 व 5 के वाशिंदों के अलावा मक्कासर के ग्रामीण हुए शामिल (Protest)

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जंक्शन में बाइपास पर औद्योगिक क्षेत्र में संचालित फैक्ट्रियों का केमिकलयुक्त पानी पास ही बहने वाली एसटीजी नहर में डालने व हड्डारोड़ी अन्यत्र स्थानांतरित न करने से आक्रोशित नई खुंजा क्षेत्र में स्थित वार्ड 2, 3, 4 व 5 तथा गांव मक्कासर व आसपास की ढाणियों के वाशिंदों ने बुधवार को जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इससे पहले रोष रैली निकालते हुए प्रदर्शनकारी श्रीगंगानगर रोड स्थित सांसी धर्मशाला से पैदल नारेबाजी करते हुए जिला कलक्ट्रेट पहुंचे। जिला परिषद डायरेक्टर मनीष गोदारा, पार्षद संजय सांसी, अब्दुल हाफिज, स्वर्णसिंह, पार्षद प्रतिनिधि मनोज बड़सीवाल व पूर्व पार्षद प्रतिनिधि रणजीत सिंह के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे नागरिकों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप चेतावनी दी कि यदि प्रशासन नहीं चेता तो आंदोलन किया जाएगा।

 हड्डारोड़ी स्थानांतरण की भी मांग, जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

प्रदर्शन के दौरान संबोधित करते हुए जिला परिषद डायरेक्टर मनीष गोदारा ने कहा कि फैक्ट्रियों से निकलने वाला दूषित पानी काफी सालों से एसटीजी नहर के किनारे छोड़ा जा रहा है।  वह पानी भी रात्रि को उठाकर नहर में डाल दिया जाता है। इससे नहर का पानी दूषित हो रहा है। इस पानी को पीने से खुंजा व गांव मक्कासर के वाशिंदों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां फैलने का अंदेशा है। काफी सालों से प्रशासन को इस समस्या से अवगत करवाया जा रहा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नहर किनारे लगे वर्षांे पुराने पेड़ इस दूषित पानी के कारण सूख चुके हैं। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र के नजदीक स्थित हड्डारोड़ी से भी आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनका जीना मुश्किल हो गया है। बदबूदार माहौल में लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है।

 कार्रवाई न होने पर आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी

खुंजा क्षेत्र के लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं। आसपास का वातावरण दूषित हो गया है। फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं से भी आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी बीमारियां हो रही हैं। उन्होंने बताया कि खुंजा क्षेत्र के लोग एसटीजी नहर के किनारे बसे हैं लेकिन फिर भी उन्हें नहरी पानी नहीं मिल रहा। खुंजा क्षेत्र में ट्यूबवैल का शोरायुक्त पानी सप्लाई हो रहा है जो पीने के लायक नहीं है। वह पानी पीने से उनमें गंभीर बीमारियां फैल रही हैं।उन्होंने मांग की कि औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फैक्ट्रियों के मालिकों को पाबंद किया जाए कि फैक्ट्रियों का केमिकलयुक्त पानी नहरों में न डालें।

  • साथ ही खुंजा क्षेत्र के लोगों को नहर से स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाए।
  • हड्डारोड़ी को भी यहां से अन्यत्र शहर से दूर स्थानांतरित किया जाए।
  • चेतावनी देते हुए कि समस्या समाधान के लिए अब तक सिर्फ कागजों में ही बातें हुई हैं।
  • कई बार कागजों में कमेटियां बन चुकी हैं, धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा।
  •  अब आश्वासन नहीं चलेंगे

केमिकलयुक्त पानी के एकत्रित होने वाली जगह पर खड़े करीब दो-ढाई सौ पेड़ सूख चुके हैं

 अभी तक आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज करने को मजबूर होना पड़ेगा। वहीं वार्ड नम्बर 2 के पार्षद संजय सांसी ने बताया कि इस केमिकलयुक्त पानी के एकत्रित होने वाली जगह पर खड़े करीब दो-ढाई सौ पेड़ सूख चुके हैं। करीब एक सप्ताह पहले इस समस्या को लेकर रीको कार्यालय में भी प्रदर्शन किया था।  रीको अधिकारियों ने अवगत करवाया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर जिला कलक्टर को प्रार्थना-पत्र भिजवा दिया है। वार्ड नम्बर 5 के पार्षद अब्दुल हाफिज ने कहा कि बार-बार अवगत कराने के बावजूद भी प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंग रही।

  • उनकी प्रशासन से मांग है कि केमिकलयुक्त पानी की समस्या से निजात दिलाई जाए।
  • हड्डारोड़ी को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए।
  • अन्यथा इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा।
  • इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

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