घायल पशु को बचाने में इन्द्री के सेवादारों ने दो घंटे तक की जद्दोजहद, नहीं बचा पाये

काश! जाग जाता किसी का जमीर तो जिंदा होता ये बेजुबान

सड़क पर घायल पशु तड़पता रहा, लोग तमाशबीन बने रहे

करनाल। (सच कहूँ/विजय शर्मा) इंद्री करनाल रोड़ पर एक बेजुबान जानवर जो शायद सड़क हादसे में वाहन की चपेट में आने से घायल हो चुका था, सड़क के बीच में पड़ी ये घायल घोड़ी दर्द से तड़प रही थी, खून भी ज्यादा बह चुका था। इस दौरान लोग आ रहे थे, जा रहे थे, ऐसा नहीं था कि किसी शख्य की नजर इस दर्दनाक मंजर पर न पड़ी हो, सबने देखा और देखकर अपने गतंव्य की ओर चले जा रहे थे। इंसानियत की बाते करने वाला ये समाज तमाशबीन बन चुका था। ऐसे में जब इस खबर के बारे में इन्द्री ब्लॉक के 15 मैंबर रघुवीर इन्सां व सेवादार सतीश इन्सां को लगी तो वो तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे। पशु की हालत ज्यादा गंभीर थी, उन्होंने तुरंत पशु चिकित्सक को बुलाया।

जिन्होंने घटना स्थल पर ही इलाज शुरू किया। घोड़ी के शरीर पर कई गहरे घाव थे, चिकित्सक ने तीन जगह से घावों को सीला और 7 से 8 इंजेक्शन भी दिये। दो घंटे तक इलाज चलता रहा, लेकिन डेरा श्रद्धालुओं व पशु चिकित्सक की कोशिश नाकाम हो गई और बेजुबान ने दम तोड़ दिया। डेरा श्रद्धालुओं ने कहा कि अगर समय पर किसी का जमीर जाग जाता तो शायद ये बेजुबान आज जिंदा होता।

‘आम जनता से अपील, कोई घायल दिखे तो अनदेखा न करें’

15 मैंबर रघुवीर इन्सां व सेवादार सतीश इन्सां ने बताया कि जीव-जंतुओं व जरूरतमंद इंसान की हर संभव मद्द करने की शिक्षा उन्हें डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से मिली है। और पूज्य गुरु जी की ही पे्ररणा से आज उन्होंने इस बेजुबान को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन वे बचा नहीं सकें । हां अगर समय रहते उन्हें पता चल जाता तो ये बेजुबान आज जिंदा होता। हम आम जनता से भी अपील करना चाहते हैं कि यदि कोई घायल सड़क पर दिखे तो उसे अनदेखा न करें बल्कि मद्द करें या हमें सूचित करें, हम हर समय सहायता को तैयार खड़े हैं।

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