मिड-डे मील कर्मियों से मिलने से इनकार करने के विरोध में प्रदर्शन

Protest

बारिश के बीच रैली निकाल पुतला दहन

  •  गांव-गांव में जिला कलक्टर के दौरे का विरोध करने की चेतावनी

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। मिड-डे मील कर्मियों को ज्ञापन सौंपने के लिए जिला कलक्टर की ओर से काफी देर तक चैम्बर के बाहर इन्तजार करवाने व वहां तैनात पुलिस कर्मियों की ओर से महिलाओं के प्रति कथित अभद्र भाषा का प्रयोग करने के खिलाफ सीटू कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पूर्व घोषणानुसार जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। साथ ही जिला कलक्टर का प्रतीकात्मक पुतला जलाया। इससे पहले कार्यकर्ता धानमंडी में एकत्रित हुए। इनमें काफी संख्या में महिलाएं शामिल थी। कार्यकर्ता यहां से जिला कलक्टर के पुतले के साथ रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए जिला कलक्ट्रेट पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन कर पुतला दहन किया।

जिला कलक्ट्रेट के समक्ष हुई सभा को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य उपाध्यक्ष रामेश्वर वर्मा ने कहा कि विद्यालयों में दोपहर का भोजन बनाने वाली मिड-डे मील कर्मचारी को प्रतिमाह मात्र 1200 रुपए मजदूरी मिल रही है। स्कूल बंद होने से उन्हें लम्बे समय से वेतन नहीं मिला। इसी के चलते प्रदेशव्यापी आह्वान पर 20 जुलाई को मिड-डे मील कर्मचारियों की यूनियन ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया। जिला मुख्यालय पर भी मिड-डे मील कर्मचारी सीटू पदाधिकारियों के नेतृत्व में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपने पहुंची। लेकिन जिला कलक्टर ने करीब पौने घंटे तक मिड-डे मील कर्मचारियों को चैम्बर में नहीं बुलाया।

उन्हें बाहर धूप में खड़ाए रखा। वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिला कलक्टर ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया और कहा कि वे अपनी सुविधा से मिलेंगे। जिला कलक्टर का इस तरह का व्यवहार गैर जिम्मेदाराना नहीं बल्कि अपराध पूर्ण है। रामेश्वर वर्मा ने कहा कि एक तरफ केन्द्र व राज्य सरकारें महिला सशक्तिकरण करने की बड़ी-बड़ी बातें करती हैं वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। वह भी जिला कलक्टर की ओर से। उन्होंने कहा कि अगर जिला कलक्टर के व्यवहार में सुधार नहीं हुआ तो सीटू कार्यकर्ता गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर लोगों को जागरूक करेंगे।

किसी भी गांव में पहुंचने पर जिला कलक्टर को सीटू कार्यकर्ताओं की ओर से काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि अब भी जिला कलक्टर की जिम्मेदारी बनती है कि वे विरोध-प्रदर्शन के बाद मिड-डे मील कर्मचारियों को बुलाकर उनकी बात सुनें और उनका मांगपत्र राज्य सरकार को भिजवाएं। सभा के बाद एसडीएम कपिल यादव को मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर आत्मासिंह, बहादुर चौहान, शेरसिंह, मलकीत सिंह, सरपंच बलदेव सिंह, रघुवीर वर्मा, चन्द्रकला वर्मा, सरबजीत कौर, कमला मेघवाल, जगजीत जग्गी, सुरेन्द्र शर्मा आदि मौजूद थे।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।