पुलिस ने दिलाया कब्जा, किसानों में रोष

श्री गुरू नानक देव ओपन यूनीवर्सिटी को जमीन का कब्जा दिलाने का मामला

  • सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने गांव के पूर्व सरपंच जगदीप सिंह को किया गिरफ्तार
  • किसानों ने समाना-पटियाला रोड पर लगाया जाम
  • पंचायती जमीन की जगह सरकार किसानों से जमीन खरीद कर बनाए यूनीवर्सिटी : गुरनाम

समाना/पटियाला। (सच कहूँ/सुनील चावला) श्री गुरू नानक देव ओपन यूनीवर्सिटी जो समाना के गांव पहाड़पुर में बनने जा रही है, का विवाद शनिवार को उस समय गरमा गया जब सुबह गांव की करीब 30 एकड़ जमीन पर कब्जा लेने आए अधिकारियों का किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया। सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में पुलिस गांव के पूर्व सरपंच जगदीप सिंह को मौके पर गिरफ्तार कर पस्याने थाने ले गई परंतु जब इस बात का पता किसान यूनियनों को चला तो उन्होंने पस्याना थाने के आगे समाना-पटियाला रोड पर जाम लगा दिया।

जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह करीब 5 बजे एसडीएम पटियाला, रजिस्ट्रार श्री गुरू नानक देव ओपन यूनीवर्सिटी और डीएसपी समाना सौरव जिन्दल पुलिस पार्टी सहित मौके पर पंचायती जमीन का कब्जा लेने पहुंचे। जिसका पता जैसे ही गांव के पूर्व सरपंच जगदीप सिंह को चला तो उसने मौके पर पहुुंचकर प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया, जिस पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। जितने समय तक इस बात का पता गांववासियों और किसान यूनियनों को चला तो उस समय तक प्रशासनिक अधिकारी वहां यूनीवर्सिटी का बोर्ड और जमीन की निशानदेही करवाकर बुर्जियां लगाकर चले गए, जिसके बाद किसानों ने विरोध करते हुए यूनीवर्सिटी का जहां बोर्ड हटा दिया, वहीं बुर्जियां भी तोड़ दी।

भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के प्रधान गुरमान सिंह ढैंठल, जिला प्रधान रंजीत सिंह सवाजपुर, क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिला प्रधान गुरमीत सिंह दितूपुर और अवतार सिंह कोजरीवाला ने मांग की कि अगर सरकार यहां यूनीवर्सिटी बनाना चाहती है ते वह पंचायती जमीन की जगह किसानों से जमीन खरीद कर यूनीवर्सिटी बनाए। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए पूर्व सरपंच जगदीप सिंह को छुड़वाने के लिए किसानों ने समाना-पटियाला रोड पर कई घंटे जाम लगाए रखा, जिसके बाद पुलिस ने जगदीप सिंह को छोड़कर धरने को खत्म करवाया।

डीएसपी समाना सौरव जिन्दल से बात की तो उन्होंने कहा कि जमीन का कब्जा यूनीवर्सिटी प्रशासन को दिलवा दिया गया है। किसानों और गांववासियों द्वारा किए जा रहे विरोध संबंधी उन्होंने कहा कि यूनीवर्सिटी प्रशासन द्वारा जो शिकायत दी जाएगी। उस अनुसार बनती कार्रवाई की जाएगी।

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